आतंकवाद, आर्थिक मामले के अपराधियों का उठाया मुद्दा
विकासशील देशों की प्राथमिकता वाली मांग के अलावा सम्मेलन में पीएम ने आतंकवाद, आर्थिक मामले के अपराधियों/भगोड़ों जैसे कई विषयों पर बात की। मोदी ने आतंकवाद और कट्टरता को दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए ब्रिक्स और जी-20 देशों को मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा आतंकी नेटवर्क को मिल रही गतिविधियों और उनको मिल रही वित्तीय मदद पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र में आतंक विरोधी ढांचे को मजबूत कने की जरुरत है।
आर्थिक स्थिरता के सामने गंभीर खतरा
इसके साथ ही मोदी ने आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों के खिलाफ भी एकजुट होने की अपील की। मोदी ने कहा कि इस तरह के अपराधी दुनिया की आर्थिक स्थिरता के सामने गंभीर खतरा बनकर उभर रहे हैं। इसके अलावा शुक्रवार को सम्मेलन में भारत और ब्रिक्स के चार अन्य देशों ने नियम आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की अपील की। साथ ही ब्रिक्स के सदस्य देशों ने बढ़ते संरक्षणवाद के बीच पारदर्शी, भेदभाव रहित, खुला और संयुक्त अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने के माहौल पर जोर दिया।
सम्मेलन में साथ आए विश्वस्तरीय नेता
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा ब्रिक्स देशों की बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमेर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सी रामफोसा ने हिस्सा लिया। बैठक पूरी होने के बाद संयुक्त ने भी बयान जारी किया गया।