अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए केरी ने कहा कि दोनों देशों ने अगले पांच वर्षो में आपसी कारोबार को पांच गुना बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है। मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आतंकवाद, हिंद महासागर, समुद्री सुरक्षा, दक्षिण एशिया की चुनौतियां, परमाणु अप्रसार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी।
उन्होंने कहा, राष्ट्रपति, मैं और समस्त प्रशासन का विश्वास है कि भारत-अमेरिका संबंध 21वीं सदी को पारिभाषित करने वाला होगा। बिडेन ने कहा कि दोनों देशों में व्यापार और निवेश की अकूत संभावनाएं हैं, लेकिन अधिक सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमरीका मोदी के सुधार को सहयोग करने में पूरी मदद करेगा।
स्वराज ने कहा, हमने अपनी समानता का उपयोग रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरणीय सुरक्षा, विज्ञान और पौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष जैसे विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय प्राथमिकताओं पर आगे बढ़ने में किया है।
रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता के अंतर्गत रणनीति और वाणिज्यिक वार्ता के अलावा अधिकारी स्तर की भारत-अमरीका स्वास्थ्य वार्ता और जलवायु परिवर्तन पर भारत-अमरीका संयुक्त कार्य समूह की एक बैठक भी होगी।