दुनिया की सबसे कड़ी सुरक्षा वाली जेलों में शुमार अमरीका के दक्षिण कैरोलिना के रिजविले स्थित लिबर करेक्शनल इंस्टीट्यूट जेल से ड्रोन की मदद से एक कैदी के भागने की घटना सामने आई है।
वाशिंगटन. दुनिया की सबसे कड़ी सुरक्षा वाली जेलों में शुमार अमरीका के दक्षिण कैरोलिना के रिजविले स्थित लिबर करेक्शनल इंस्टीट्यूट जेल से ड्रोन की मदद से एक कैदी के भागने की घटना सामने आई है। जिमी कोजे (46) नाम के इस कैदी के जेल से भागने की कहानी बड़ी ही दिलचस्प है। इसने 4 जुलाई को अपने जेल की कोठरी से बैठे-बैठे ही कई मोबाइल फोन की मदद से ड्रोन ऑपरेट किया और उसकी मदद से पहले तो जेल की दीवारों तक तार काटने वाले उपकरणों को पहुंचाया। फिर, गार्ड की आंखों में धूल झोंककर वह जेल की दीवारों के पास पहुंचा और कंटीलों तारों को काटकर भागने में सफल रहा। हालांकि, उसकी यह कामयाबी ज्यादा टिकाऊ साबित नहीं हुई। दो दिन बाद वह 1200 मील दूर टेक्सास के एक मोटेल से 7 जुलाई को तड़के तीन बजे पकड़ा गया। कोजे के पास से प्रशासन को 47 हजार डॉलर नकदी, एक आईडी कार्ड और दो बंदूकें मिलीं। अमरीका में सभी जेलों में दवाएं और मोबाइल फोन पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल काफी चलन में है। जेल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
पहले भी इसी जेल से भाग चुका है
पहले भी 2005 में कोजे कोलंबिया की ब्रॉड रिवर करेक्शनल इंस्टीट्यूटशन जेल से भागने में सफल रहा था। उस वक्त भी उसने एक पुतला बनाकर अपने बिस्तर पर छिपा दिया था। उसके साथ एक और कैदी भी था। दोनों एक कूड़ा ढोने वाले ट्रक में छिपकर भागने में सफल रहे थे और एक मोटेल में छिपकर रह रहे थे। मगर 3 दिन बाद ही मोटेल में पिज्जा देने आई एक महिला को उन पर शक हुआ।
टॉयलेट पेपर से बनाया पुतला
जेल से भागने से पहले कोजे ने अपने बिस्तर पर एक पुतला रख दिया। उसे चादर ओढ़ा दिया था, जिससे किसी को उसके भागने का जल्दी शक न हो। यह पुतला उसने टॉयलेट पेपर से बनाया था। प्रशासन को उसके भागने का पता 18 घंटे बाद ही चल पाया। कोलंबिया में वकील को बंदूक की नोक पर धमकाने के आरोप में कोजे 2004 से उम्रकैद की सजा काट रहा है।