बार-बार ढिठाई के साथ कानून का उल्लंघन किया
इस ज्ञापन में लिखा है कि मैनाफोर्ट ने ‘बार-बार ढिठाई के साथ कानून का उल्लंघन किया।’ उन्होंने यह भी लिखा कि यह सब 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद भी चलता रहा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञापन शुक्रवार को दायर किया गया। इसके बाद शनिवार को कुछ संपादित अंश के साथ सार्वजनिक किया गया। बता दें कि अभियोजकों ने न्यायाधीश एमी बर्मेन जैक्सन से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि जेल की सजा पा चुके 69 वर्षीय पॉल कभी आजाद नहीं हो सकें।
लगे हैं मनी लॉंड्रिंग और विदेशी लॉबिंग जैसे आरोप
आपको बता दें कि पॉल ने पिछले साल सितंबर में अमरीका के खिलाफ साजिश रचने और साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप को स्वीकार किया था। उस समय अपनी याचिका में ट्रंप के पूर्व सहोयगी ने मनी लॉंड्रिंग और विदेशी लॉबिंग अपराध में शामिल होने की बात भी स्वीकार की थी। यही नहीं इस बीच, मैनहटन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी द्वारा भी पॉल मैनाफोर्ट पर राज्य के कानून का उल्लंघन करने और अन्य वित्तीय अपराध करने के लिए आरोप लगाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में ट्रंप ने इस बाते के संकेत नहीं दिए हैं कि पॉल को क्षमा करेंगे या नहीं हालांकि, वह उनके लिए कई बार समर्थन जाहिर कर चुके हैं।