हालांकि इन दस्तावेजों में यह नहीं कहा गया कि क्या ट्रंप और उनके सहायकों ने रूसी लोगों के साथ मिलकर कोई षडयंत्र रचा था। जानकारों के अनुसार- इस दस्तावेज से पता चल है कि ट्रंप की परेशानियां जल्दी खत्म होने वाली नहीं हैं। दस्तावेज में कहा गया है कि प्रचार के दौरान ट्रंप के नजदीकी लोगों का एक रूसी व्यक्ति से संपर्क बना हुआ था। जबकि यह बात पहले सामने नहीं आई थी।
रिपोर्ट के अनुसार- अदालत में जमा दस्तावेज सीधे तौर पर ट्रंप की एक योजना की ओर इशारा करते हैं, जिसके तहत 2014 में एक महिला को चुप कराने की बात की गई थी। इसमें ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले ऐसे रूसी प्रयासों का जिक्र है जिससे उनके साथ एक राजनीतिक गठबंधन बन सके। जानकारों के अनुसार- दस्तावेज उस गहरी राजनीतिक और कानूनी दलदल के बारे में भी बताता है, जिसमें प्रशासन धंसा हुआ है।
मुलर ने यह दस्तावेत अमरीकी फेडरल कोर्ट में जमा करवाए हैं। इससे पहले उन्होंने कहा कि- ट्रंप के प्रचार अभियान के पूर्व मैनेजर पॉल मानाफोर्ट ने अभियोजकों के सामने झूठ बोला है कि व्हाइट हाउस और रूसी जासूसों के एक व्यक्ति के साथ संदिग्ध संबंध नहीं थे। उधर, राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति ने किसी प्रकार की गड़बड़ी में शामिल होने से इंकार किया है।