2 घंटे तक एक-दूसरे के आसपास मंडराते रहे विमान
यूएस नेवल फॉर्सस यूरोप-अफ्रीका ने कहा कि अमेरिका का ईपी-3 एयरक्राफ्ट इंटरनेशनल एयरस्पेस में ब्लैक सी के ऊपर उड़ रहा था, तभी रूस के एक एसयू-27 ने बाधा डालने की कोशिश की। अमेरिका ने बयान जारी कर कहा है कि दोनों देशों के विमान हवा में करीब 2 घंटा 40 मिनट तक एक-दूसरे के आसपास घुमते रहे। इस घटना पर अमरीका ने कड़ा विरोध दर्ज किया है।
यूएस नेवल फॉर्सस यूरोप-अफ्रीका ने कहा कि अमेरिका का ईपी-3 एयरक्राफ्ट इंटरनेशनल एयरस्पेस में ब्लैक सी के ऊपर उड़ रहा था, तभी रूस के एक एसयू-27 ने बाधा डालने की कोशिश की। अमेरिका ने बयान जारी कर कहा है कि दोनों देशों के विमान हवा में करीब 2 घंटा 40 मिनट तक एक-दूसरे के आसपास घुमते रहे। इस घटना पर अमरीका ने कड़ा विरोध दर्ज किया है।
अमरीका ने जताया कड़ा विरोध
अमरीका ने कहा है कि रूस की सेना को अपने ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई स्पेस में रहने का अधिकार है, लेकिन उनको सुरक्षा और इस प्रकार के घटनाओं को भी ध्यान में रखना चाहिए। अमेरिका ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से गलत जोखिम और हवा में संघर्ष को बढ़ावा मिलता है।
अमरीका ने कहा है कि रूस की सेना को अपने ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई स्पेस में रहने का अधिकार है, लेकिन उनको सुरक्षा और इस प्रकार के घटनाओं को भी ध्यान में रखना चाहिए। अमेरिका ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से गलत जोखिम और हवा में संघर्ष को बढ़ावा मिलता है।
रूस ने दी सफाई, हमने कोई अंतर्राष्ट्रीय कानून नहीं तोड़ा
इस घटना को लेकर अमरीका के विरोध के बाद रूस का कहना है कि सेना ने किसी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है। रूस के मुताबिक, उनका एसयू-27 पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत था और वहां किसी भी प्रकार की असामान्य घटना नहीं घटी है।
इस घटना को लेकर अमरीका के विरोध के बाद रूस का कहना है कि सेना ने किसी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं किया है। रूस के मुताबिक, उनका एसयू-27 पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अंतर्गत था और वहां किसी भी प्रकार की असामान्य घटना नहीं घटी है।
पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी विमान अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत ही उड़ रहा था और उसने रूस को इस तरह की गतिविधि के लिए उकसाया नहीं था। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब रूसी लड़ाकू विमान आसमान में अमेरिकी विमानों के करीब आ गए हों।