शूटआउट की जिम्मेदारी IS ने ली अमरीकी इतिहास की सबसे बड़ी शूट लास वेगास शूटआउट त्रासदी की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएस ने ली है। इराक और सीरिया बेस्ड आईएस की न्यूज एजेंसी Hamak ने दावा किया कि हमलावर आईएस का लड़ाका था और उसने कुछ दिन पहले धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म अपनाया था। हमले को मिडिल ईस्ट में चल रहे अमरिकी सैन्य अभियान का जवाब बताया गया है। हालांकि अमरीकी जांच एजेंसी FBI ने आतंकी संगठन ISI के दावे को खारिज कर दिया है। एफबीआई ने कहा कि लास वेगास अटैक का किसी भी अंतरराष्ट्रीय आतंकी सगंठन से कोई संबंध नहीं है। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप ने लास वेगास हमले को राक्षसी कृत बताया।
एक हमलावर ढेर गोलियां एक इमारत के 32वें फ्लोर पर चली। एक हमलावर को मारा जा चुका है। लास वेगास मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ट्विटर पर लिखा हम मांडले बे के आसपास एक एक्टिव शूटर की मौजूदगी की रिपोट्र्स की जांच कर रहे हैं। कई घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। रूट 91 हार्वेस्ट फेस्टिवल के पास एक एक्टिव शूटर है।
हमले की तस्वीरें देखने के लिए क्लिक करें पढि़ए कब-कब हुए अमरीका में हमले 11 सितंबर, 2001 अमरीकी इतिहास में सबसे बड़ा और भयानक आतंकवादी हमला। अलकायदा आतंकी संगठनों के सदस्यों ने दो यात्री विमानों का अपहरण कर उन्हें न्यूयॉर्क के वल्र्ड ट्रेड सेंटर के दो टॉवरों से टकरा दिया था, जिससे ये दोनों इमारते गिर गई थीं। तीसरा विमान पेंटागन से टकराया था और अगवा किया गया चौथा विमान पेंसिलवेनिया में गिर गया था। हमले में करीब 3 हजार लोगों की जानें गई थीं।
27 जुलाई 1996 अटलांटा के सेंटेलियल ओलंपिक पार्क पर बमों से हमला किया था। ओलंपिक के दौरान हुए हमले में दो लोग मारे गए थे, 112 घायल हुए थे। 9 अक्टूबर, 1995 मियामी से लॉस एंजिल्स जाने वाली ट्रेन को एरिजोना के रेगिस्तान में डिरेल कर दिया गया था और इसके पीछे तोडफ़ोड़ करने वालों ने खुद को सन्स ऑफ गेस्टापो बताते हुए इसकी जिम्मेदारी ली थी। हमले में 1 आदमी की मौत हुई थी और 80 से ज्यादा घायल हो गए थे।
19 अप्रैल, 1995 ओक्लाहोमा सिटी में हुए ब्लास्ट में 186 लोगों की मौत हुई थी और 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इसमें टिमोथी मैकवे शामिल था जो कि एक अमरीकी मिलिशिया आंदोलन का प्रचारक था और खाड़ी युद्ध में अमरीका की ओर से लड़ भी चुका था।
उसने विस्फोटकों से भरे ट्रक को अल्फ्रेड पी. मुरे फेडरल बिल्डिंग के बाहर उड़ा दिया था। जून 1997 में उसे मौत की सजा मिली और 11 जून, 2001 को उसे फांसी दी गई। 26 फरवरी, 1993 ट्रक बम को कार पार्क में उड़ा दिया गया था। यह स्थान वल्र्ड ट्रेड सेंटर के पास था। इसमें 6 लोगों की मौत हुई और 1000 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस मामले में चार लोगों को 240 वर्ष तक जेल में रहने की सजा दी गई थी। बाद में, इस हमले का दोष मिस्र के एक अंधे मुस्लिम मौलवी उमर आब्देल रहमान पर डाला गया था जिसे अमरीकी कोर्ट ने 1996 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।