फ्लाइन ट्रंप प्रशासन के पहले सदस्य हैं जो इस मामले में दोषी पाए गए हैं। इस केस को अमरीका के विशेष वकील रॉबर्ट मुलर ने अपनी जांच में उजागर किया था। जिसमें रॉबर्ट ने 2016 में हुए US राष्ट्रपति चुनावों पर रूस के प्रभाव और उनके ट्रंप सहयोगियों द्वारा संभावित मिलन की जांच की थी। एक याचिका के तहत, फ्लाइन ने वाशिंगटन कोर्ट में माना की ,जब उनसे यह पूछा गया था की क्या वो पिछले साल दिसंबर में ट्रंप के कार्यकाल संभालने से कुछ हफ्ते पहले रूस के तत्कालीन राजदूत सर्गेई किस्लिक से मिले थे तब उन्होनें FBI अधिकारियों के सवालों पर झूठा बयान दिया था।
अभियोजन पक्ष ने कहा कि फ्लाइन और सेर्गेई ने रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों पर चर्चा की और फ्लाइन ने सर्गेई से इजराइल को हानि पहुंचाने के लिए यू.एन. वोट में देरी करने में मदद करने के लिए कहा। इन दोनों मामले में वो बराक ओबामा के नीतियों पर वार करते दिखे।
अभियोजन पक्ष ने यह भी कहा कि ट्रंप टीम के किसी ‘बहुत वरिष्ठ सदस्य’ ने फ्लाइन को रूस से इस तरह कि बातचीत करने के निर्देश दिए थे।
फ्लाइन ट्रंप के कार्यकाल संभालने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने लेकिन उन्हें 24 दिनों में ही पद छोड़ना पड़ा। अब इनका दोषी करार होना ट्रंप सरकार के लिए एक बड़े झटके से काम नहीं है। आपको बता दें कि फ्लाइन के बाद अब ट्रंप के दामाद जारेड कुशनर पर भी इस मामले का संकट गहरा रहा है।