उन्होंने ईरान पर आतंकवाद को प्रायोजित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ईरान को परमाणु हथियार के रास्ते पर नहीं चलने देंगे। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का कहना है कि ईरान 2015 में हुए परमाणु समझौते का पूरी तरह पालन कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि समझौता बेहद लचीला है और ईरान ने कई बार समझौते का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि ईरान ने समझौते का उल्लंघन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय निरीक्षकों को पूर्ण निरीक्षण नहीं करने दिया।
ईरान के समर्थन में खुलकर सामने आया रूस, कहा-परमाणु समझौते का सम्मान करेंं सभी देश इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि ईरान मौत, विनाश और अराजकता फैला रहा है। ट्रंप ने कहा कि ईरान परमाणु करार का सही प्रकार से पालन नहीं कर रहा, लेकिन फिर भी वह इसके तहत लाभ उठा रहा है। उन्होंने कहा कि परमाणु करार को लेकर उनकी नई रणनीति से यह समस्या दूर होगी। अमरीका किसी भी समय इस समझौते से अलग होने का अधिकार रखता है।
ईरान ने ट्रंप पर साधा निशाना
वहीं दूसीर ओर परमाणु समझौते को प्रमाणिक करने से अमरीका के इनकार के बाद ईरान के राष्ट्रपित हसन रुहानी ने ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ईरान के खिलाफ अमरीका की आक्रामक रणनीति से ये पता चलता है कि अमरीका परमाणु समझौते के अपने विरोध में अलग-थलग पड़ गया है। गौरतलब है कि रूस समेत कई देश पहले से ही ईरान का समर्थन कर चुके हैं।
वहीं दूसीर ओर परमाणु समझौते को प्रमाणिक करने से अमरीका के इनकार के बाद ईरान के राष्ट्रपित हसन रुहानी ने ट्रंप प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ईरान के खिलाफ अमरीका की आक्रामक रणनीति से ये पता चलता है कि अमरीका परमाणु समझौते के अपने विरोध में अलग-थलग पड़ गया है। गौरतलब है कि रूस समेत कई देश पहले से ही ईरान का समर्थन कर चुके हैं।