बैठक में लिया फैसला
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अमरीकी विदेश विभाग के प्रवक्ता स्टीफन गोल्डस्टेन के हवाले से बताया कि ट्रंप का यह फैसला गुरुवार को हुई बैठक में लिए जाने की उम्मीद है। गोल्डस्टेन ने संवाददाताओं को बताया कि मुझे पता नहीं है कि यह घोषणा कब होगी। यह घोषणा आज रात होगी या कल होगी लेकिन हमें उम्मीद है कि आज की बैठक में इस पर फैसला ले लिया जाएगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को ट्रंप के साथ टेलीफोन वार्ता के दौरान 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते के क्रियान्वयन में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई थी। गौरतलब है कि कई दशकों के विचार-विमर्श के बाद जुलाई 2015 में ईरान और चीन, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, अमरीका और जर्मनी के बीच ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर अंतिम समझौता हुआ था, जिसके तहत पश्चिमी देशों ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों में ढील देने के बदले ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने की बात कही गई थी। आपको बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के शासन को ‘कट्टरपंथी’ बताते हुए उसकी निंदा की थी। इसके साथ ही ट्रंप ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु समझौते को प्रमाणित करने से इनकार कर दिया था। यही नहीं ट्रंप ने इस समझौते को परामर्श के लिए कांग्रेस के पास भेजने की बात भी कही थी। जिसमें उन्होंने अपने सहयोगियों से सलाह कर इसमें क्या बदलाव किये जाने की बात कही थी।