वक्तव्य में कहा गया है, “विदेश मंत्रालय हिजबुल मुजाहिदीन (हिज्ब-उल-मुजाहिदीन) एचएम को आव्रजन एवं नागरिकता अधिनियम के सेक्शन 219 के तहत विदेशी आतंकवादी संगठन और एक्जिक्यूटिव ऑर्डर्स (ई. ओ.) 13224 के सेक्शन 1(बी) के तहत विशेष तौर पर नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित करता है। यह घोषणा एचएम को आतंकवादी हमले करने के लिए जरूरी संसाधन प्रदान करने पर रोक लगाता है। इसके अलावा अमेरिका के अधिकार क्षेत्र में आने वाली संगठन की सभी संपत्तियां एवं संपत्तियों से संबंधित हितों पर रोक लगाता है और आम तौर पर अमेरिकी नागरिकों को इस संगठन के साथ किसी तरह के लेन-देन से प्रतिबंधित करता है।”
वक्तव्य में आगे कहा गया है, “1989 में स्थापित और कश्मीर में सक्रिय एचएम सबसे बड़े और सबसे पुराने आतंकवादी संगठनों में से एक है। विशेष तौर पर नामित वैश्विक आतंकवादी मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन हिजबुल मुजाहिदीन का नेतृत्व करता है। हिजबुल मुजाहिदीन ने कई आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें अप्रैल, 2014 में जम्मू एवं कश्मीर में किया गया बम विस्फोट भी शामिल है, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी।”
बता दें कि रविवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां में सेना ने करीब 20 घंटे की मुठभेड़ के बाद हिजबुल कमांडर यासीन इत्तु उर्फ गजनवी को मार गिराया था। जिसके बाद हिजबुल मुजाहिद्दिन के सरगना सलाहुद्दीन ने पीओके के मुजफ्फराबाद में एक बैठक के बाद कश्मीर में मोहम्मद बिन कासिम को अपना नया कमांडर बनाया है।