बीते गुरुवार से 60 दिनों के भीतर अमरीकी अधिकारियों को असांजे के प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी करनी होगी। आपको बात दें कि ब्रिटिश पुलिस ने असांजे को लंदन में इक्वाडोर के दूतावास से गिरफ्तार क्र लिया था जहां उन्होंने सात साल पहले शरण ली थी।अब अमरीकी अधिकारियों को सभी कानूनी आरोपों की रूपरेखा के लिए एक औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत करना होगा, उसके बाद ब्रिटेन की सरकार इस पर विचार करेगी। असांजे के खिलाफ एक आपराधिक अभियोग एक साल पहले ही वर्जीनिया में अभियोजकों ने गुप्त रूप से लगाया था लेकिन असांजे की गिरफ्तारी के बाद ही इसे ओपन किया गया। यह पता चला कि असांजे पर पूर्व सेना के खुफिया विश्लेषक चेल्सी मैनिंग के साथ मिलकर एक सरकारी कंप्यूटर तक अनधिकृत पहुंच हासिल करने की साजिश रचने का आरोप है। मार्च 2018 में दायर अमरीकी अभियोग में कहा गया है कि असांजे मार्च 2010 में मैनचेस्टर क्रैकिंग के लिए एक साजिश रचने में लगे हुए थे। यह गुप्त इंटरनेट प्रोटोकॉल नेटवर्क (SIPRNet) से जुड़े रक्षा विभाग के कंप्यूटर के पासवर्ड को दस्तावेज लीक करने और उनके गुप्त संचार के लिए इस्तेमाल करने का मामला था ।
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गुप्त दस्तावेजों को लीक करने का आरोपआरोप है कि मैनिंग के साथ मिलकर असांजे ने वर्गीकृत सूचनाओं की सबसे बड़ी लीक को अंजाम दिया। इसी के आधार पर विकीलीक्स ने सैकड़ों अमरीकी सैन्य रिपोर्टस के आधार पर सनसनीखेज खुलासे किए। अब अमरीकी अधिकारी ने कहा कि 60 दिनों की अवधि के भीतर अधिकारी असांजे के खिलाफ दायर वर्तमान आरोपों को संशोधित कर सकते हैं या इसमें कुछ नया मामला जोड़ सकते हैं। इस मामले में असांजे के एक सहयोगी ने भी गुमनामी का अनुरोध किया था। अधिकारियों ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और साइबर युद्ध करने की अमरीकी जासूसी एजेंसी की क्षमताओं के बारे में खुलासा संभावित रूप से अमरीकी सरकार की गतिविधियों के लिए कहीं अधिक हानिकारक था, क्योंकि इससे सूचनाएं दुश्मनों को लीक होने का खतरा है।
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