अमरीका

बमबारी नहीं, अब लेजर हमले

अमरीकी सेना भी दुश्मनों के खिलाफ लड़ाकू विमानों से लेजर हमले कर सकेगी

May 27, 2015 / 09:27 pm

भूप सिंह

fighter jets

वाशिंगटन। हॉलीवुड की साइंस-फिक्शन फिल्म स्टार वार्स के कलाकारों की तरह अमरीकी सेना भी दुश्मनों के खिलाफ लड़ाकू विमानों से लेजर हमले कर सकेगी। अमरीकी सेना की डिफेंस एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (डारपा) और एयर फोर्स रिसर्च लेब्रोरेटरी के संयुक्त तत्वाधान में लेजर हथियारों का पहला परीक्षण सफल रहा।

तेजी से हमला करने में सक्षम
इसको अमरीकी सेना के लिए विकसित किया जा रहा है। इससे कई लक्ष्यों को एक साथ ज्यादा तीव्र गति से निशाना बनाया जा सकेगा। इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि यह होगी कि दुश्मन के इलाके में बमबारी से बचा जा सकेगा, जिससे आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं होगा। लेजर तकनीक से सटीक निशाने पर वार करेगी।

10 गुना हल्का
डारपा के वैज्ञानिकों के मुतबिक जेट विमानों में लेजर हथियारों के लिए एक हाई-एनर्जी लिक्विड लेजर एरिया डिफेंस सिस्टम (हेल्लाडस) तैयार किया है। इसकी सहायता से 150 किलोवॉट का लेजर हथियार विकसित किया जाएगा। यह मौजूदा लेजर हथियारों से 10 गुना छोटा और हल्का होगा। प्रोजेक्ट के प्रोग्राम मैनेजर रिच बैगनेल के मुताबिक, हमने शक्ति वाली घनी लेजर बीम “हेल्लाडस लेजर” विकसित कर ली है। इससे ड्रोन को आसानी से मार गिराया जा सकेगा।

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