आठ माह की उम्र में ही अमरीका चली गईं एक साक्षात्कार के दौरान मोना दास (47 साल) ने अपने बीते कल के बारे में बताते हुए कहा कि वह महज आठ माह की उम्र में ही अपने माता—पिता के साथ अमरीका चली गई थीं। उनके पूर्वज बिहार के मुंगेर जिले खड़गपुर मंडल के दरियापुर गांव के थे। उनके दादा डॉ.गिरीश्वर नारायण दास गोपालगंज जिले में सिविल सर्जन थे। उन्होंने भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में काम किया। मोना का जन्म 1971 में हुआ था।
दो बार रहे सीनेटर को हराया इस चुनाव में मोना दास ने दो बार के रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर जो फैन को हरा दिया। वह सीनेट हाउसिंग स्टैबिलिटी एंड अफोर्डेबिलिटी कमेटी की वाइस चेयरमैन के रूप में काम करेंगी। वह सीनेट परिवहन समिति, सीनेट वित्तीय संस्थानों, आर्थिक विकास और व्यापार समिति और सीनेट पर्यावरण,ऊर्जा और प्रौद्योगिकी समिति पर भी काम करेंगी। इस सत्र में, उन्होंने पर्यावरण, रंग के समुदायों और महिलाओं के लिए इक्विटी की वकालत करने की योजना बनाई है।