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अचानक टमाटर और दूध की कीमतों ने लगाई आग, महंगाई के कारण एक-दूसरे की जान लेने को तैयार लोग

Published: Feb 11, 2019 03:02:25 pm

Submitted by:

Shweta Singh

यहां चिकन करीब 10277 रुपये बिक रहा है। जबकि किसी रेस्‍तरां में मामूली-सा भी खाना खाने पर भी करीब 34 हजार रुपये का बिल आता है।

venezuela crisis deepens as inflation rate reached to its peak

अचानक टमाटर और दूध की कीमतों ने लगाई आग, महंगाई के कारण एक-दूसरे की जान लेने को तैयार लोग

काराकास। वेनेजुएला में काफी समय से आर्थिक संकट बना हुआ है। इन सब का असर ये हो रहा है कि वहां लोगों को खाने की कमी हो रही है। अब नौबत यहां तक आ गई है कि लोगों खाने के लिए एक-दूसरे की हत्या करने को भी उतारू हो गए हैं। ऐसी स्थिति उस वक्त बनी है जब खाने-पीने की वस्तुओं की कीमत आसमान छू रही है।

5 हजार रुपये लीटर बिक रहा है दूध

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वेनेजुएला की मार्किट में इन चीजों की कीमतें हजारों में है। जानकारी के मुताबिक वहां चिकन करीब 10277 रुपये बिक रहा है। जबकि किसी रेस्‍तरां में मामूली-सा भी खाना खाने पर भी करीब 34 हजार रुपये का बिल आता है। इसके अलावा दूध करीब 5 हजार रुपये लीटर से अधिक, एक दर्जन अंडे 6535 रुपये में, टमाटर 11 हजार रुपये किलो, मक्‍खन 16 हजार रुपये, आलू की 17 हजार रुपये और टमाटर 11 हजार रुपये किलो में बिक रहा है। वहीं पेय पदार्थों में रेड टेबल वाइन की एक बोटल 95 हजार की, घरेलू बीयर 12 हजार में और कोका कोला की दो लीटर बोतल 6 हजार रुपये में मिल रही है।

राष्ट्रपति का उल्टा है रूख

सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इन सबके बावजूद भी वहां के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अंतरराष्ट्रीय मदद लेने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने इसके साथ ही ये टिप्पणी भी की है कि उनका देश भिखारी नहीं है। यही नहीं उन्होंने अमरीका से सहायता पैकेज ला रहे जहाज को भी देश में प्रवेश करने से पहले ये कहकर रोक दिया कि ये अमरीकी आक्रमण का अग्रदूत है। इसके साथ ही उन्होंने कोलंबिया-वेनेजुएला सीमा पर बने उस पुल को भी बंद कर दिया है, जहां से देश में मुख्यत: मदद पहुंचती है। उन्होंने इन सहयोगों को ठुकराते हुए टिप्पणी की कि मानवता के दिखावे के नाम पर वो किसी तरह की मदद स्वीकार नहीं करेंगे। उनका कहना है कि मानवता के नाम पर पिछले चार साल से झूठा प्रचार किया जा रहा है, जबकि यहां ऐसा कुछ भी नहीं है। मादुरो ने इस सबका जिम्मेदार अमरीका को बताते हुए कहा कि वे हमारे आंतरिक मामलों में दखल दे रहे हैं। बता दें कि वेनेजुएला में मुद्रास्फीति दर में 13 लाख फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।

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