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दलित प्रधानपति हत्या मामलाः पत्नी ने रुपए न देने पर जिंदा जलाने का लगाया आरोप, गांव वालों ने मृतक के परिवार को लेकर ही कह दिया यह

locationअमेठीPublished: Oct 30, 2020 07:22:05 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

– अमेठी एसपी ने बताया जांच के बाद कार्रवाई होगी- पांच लोगों के खिलाफ तहरीर, तीन गिरफ्तार- वायरल ऑडियो में मृतक ने बताए आरोपियों के नाम

Amethi news

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अमेठी. अमेठी में शुक्रवार को दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दलित प्रधान के पति को जिंदा जला दिया गया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक की पत्नी का आरोप है कि हत्यारोपी मृतक प्रधान पति से रुपयों की मांग कर रहे थे, नहीं देने पर उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने पांच लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिला प्रशासन ने किसान बीमा योजना के तहत प्रधानपति के परिवार को पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घटना के बाद मृतक प्रधान पति का एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें वह गांव के ही 5 लोगों पर अपहरण कर हत्या करने की बात कर रहे हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
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यह है मामला-
मामला जिले के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के बंदोईया गांव का है। यगां गुरुवार देर शाम महिला ग्राम प्रधान छोटका के पति अर्जुन गांव से गायब हो गए। उसके बाद गांव के एक मकान की बाउंड्री में वह 90 प्रतिशत तक जली हुई स्थिति में मिले। मामले की जानकारी होने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और प्रधानपति को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। जहां उनकी मौत हो गई। परिजनों ने गांव के पांच लोगों पर आरोप लगाते हुए बताया कि देर शाम इन लोगों ने पहले अपहरण किया उसके बाद जला कर हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह का कहना है कि ग्रामीणों ने प्रधानपति के घायल अवस्था में पड़े होने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें अस्‍पताल पहुंचाया, जहां उनकी मौत हो गई। परिजनों ने गांव के 5 लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बचे दो की तलाश में दबिश दी जा रही है।
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रुपए की मांग कर रहे थे दबंग- पत्नी
अर्जुन की पत्नी व गांव की प्रधान छोटका ने बताया कि पति चौराहे पर गए थे। जहां से केके, आशुतोष, रवि, संतोष, राजेश ने उनका अपहरण कर लिया और केके के हाते में उन्हें जला दिया। छोटना ने बताया कि यह सभी लोग विकास कार्यों के लिए प्रधानी में आए पैसे से दो लाख रुपए तक की मांग कर रहे थे। छोटना ने कहा कि जब पैसा ही नहीं है, तो क्या देते। ऐसे में इंकार करने पर उक्त लोगों ने पति कोमार डाला।
दलित वर्ग और बैकवर्ड वर्ग को दबाने का प्रयास किया जा रहा है-
अर्जुन के घर के पास के ही गांव के सीताराम ने बताया कि हम लोगों को गुरुवार शाम को सात बजे पता चला कि अर्जुन गायब हैं। पूरे गांव ने उनकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिले। सुबह पता चला कि उन्हें जिंदा जला दिया गया है और वो लखनऊ रिफर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। ये निर्मम हत्या है। दलित वर्ग और बैकवर्ड वर्ग को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
पिता ने बताए आरोपियों के नाम- अर्जुन के पुत्र
मृतक अर्जुन के पुत्र सुरेंद्र कुमार ने कहा कि गुरुवारशाम 6 बजे से हमारे पिता गायब थे। रात 10-11 बजे सूचना मिली कि यहां कृष्ण कुमार तिवारी के हाथे में गंभीर अवस्था में वह मिले है। देखा तो उनके मुंह में कपड़ा ठूंस रखा था। हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद नौगिरवां ब्लॉक हास्पिटल में उन्हें पहुंचाया गया। सुरेंद्र ने कहा कि पिता ने बताया कृष्ण कुमार तिवारी, आशुतोष, राजेश कुमार मिश्र ने घटना को अंजाम दिया है। चुनावी रंजिश भी थी। सुरंद्र न्याय और सुरक्षा की मांग की है।
गहरी साजिश की है आशंका-
ग्रामीण बताते हैं कि अर्जुन को पूर्व प्रधान का खास बताया जाता है। बंदोईया गांव ब्राह्मण बाहुल्य है। घटना को लेकर दबी जुबान ग्रामीण ये भी कह रहे कि यह सब कुछ रंजिश के कारण हुआ है। अगर निष्पक्षता से जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं कि अर्जुन को जला दिया गया और किसी को खबर तक नहीं हुई। उधर पुलिस का कहना है कि गुरुवार रात 11:56 पर उन्हें सूचना दी गई। जबकि पुलिस से पहले परिजन घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने मृतक से आरोपियों के नाम पूछकर आडियो को भी वायरल किया। ये सभी वो पहलू हैं जिससे पर्दा पुलिस की जांच के बाद ही उठ पाएगा।
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