परिजनों को समझाने पहुंचे योगी के मंत्री-
सेना के अधिकारियों ने मृत जवान का अंतिम संस्कार कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हो रहे हैं। पत्नी का कहना है कि जब तक मेरे पति को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा तब तक अंतिम संस्कार हम नहीं करेंगे। इस बात की सूचना जैसे ही अमेठी प्रशासन को मिली तो वहां आनन-फानन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी और राज्यमंत्री सुरेश पासी भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की। अब देखना होगा कि सेना के जवान के परिवार के कहने के अनुसार शहीद का दर्जा मंत्री दिला पाते हैं कि नहीं।
सेना के अधिकारियों ने मृत जवान का अंतिम संस्कार कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हो रहे हैं। पत्नी का कहना है कि जब तक मेरे पति को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा तब तक अंतिम संस्कार हम नहीं करेंगे। इस बात की सूचना जैसे ही अमेठी प्रशासन को मिली तो वहां आनन-फानन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी और राज्यमंत्री सुरेश पासी भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने की कोशिश की। अब देखना होगा कि सेना के जवान के परिवार के कहने के अनुसार शहीद का दर्जा मंत्री दिला पाते हैं कि नहीं।
पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप-
वहीं मृत जवान की पत्नी ने मीडिया को बताया दिन में 11:30 बजे वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे बात हुई थी। उसके पति को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं थी। उन्होंने हंसी खुशी से बच्चों से भी बात किया था। शाम 4 बजे मुझे फोन कर उनके मौत हो जाने की सूचना दी गई। मृत जवान की पत्नी ने कहा कि जो एक कांटा नहीं लगा सकता वह खुद को गोली कैसे मार सकता है। पत्नी ने सेना के अधिकारियों पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा पति आत्महत्या नहीं कर सकता है। मेरे पति की हत्या की गई है।
वहीं मृत जवान की पत्नी ने मीडिया को बताया दिन में 11:30 बजे वीडियो कॉलिंग के जरिए उनसे बात हुई थी। उसके पति को किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं थी। उन्होंने हंसी खुशी से बच्चों से भी बात किया था। शाम 4 बजे मुझे फोन कर उनके मौत हो जाने की सूचना दी गई। मृत जवान की पत्नी ने कहा कि जो एक कांटा नहीं लगा सकता वह खुद को गोली कैसे मार सकता है। पत्नी ने सेना के अधिकारियों पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा पति आत्महत्या नहीं कर सकता है। मेरे पति की हत्या की गई है।