आपको बताते चलें के पूर्व में प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर लगाने की रोक पर जहां लोगों ने शहर के प्रमुख चौराहों पर सजे पंडालों की पूजा अर्चना को बंद कर दिया था। साथ ही प्रशासन के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला था। वहीं इस मामले पर प्रशासन से अनुमति मिलने और बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ था। इन सब के बाद प्रशासन ने नवरात्रि के नौ दिन सकुशल निपटाने थे और मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को निपटाने कि तैयारी में उस समय बाधा उत्पन्न हो गई। जब कोतवाली जायस से जुड़े कंचाना कस्बे में नवरात्रि समापन के बाद मां भगवती कि प्रतिमा विर्सजन पर निकली शोभायात्रा के दौरान अराजकतत्तवो द्वारा पत्थर फेंके जाने के बाद बवाल शुरू हो गया।
हालात इस कदर बिगड़ गये एक छोटी सी घटना ने आग कि तरह विशाल रूप धारण करती चल गई वहीं बवाल की सूचना पर प्रशासन के आला अधिकारियों मे हड़कंप मच तिलोई उपजिलाअधिकारी ड़ा अशोक शुक्ल के साथ अमेठी अपर पुलिस अधीक्षक कई थानों कि फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और मोर्चा संभाला अपर पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल पर लोगों को समझाया बुझाया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रशासन के घंटों मशक्कत के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। मामला सामान्य होने के बाद प्रशासन ने राहत कि सांस ली।
डीएम ने भी लिया घटना स्थल का जायजा
आपको बताते चलें कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदाय में बवाल का मामला अमेठी जिला अधिकारी योगेश कुमार के सज्ञान में पहुंचा। जिला अधिकारी योगेश कुमार ने अमेठी पुलिस अधीक्षक पूनम के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं एसपी पूनम ने लोगों के घरों की तलाशी कराई और घरों के अगल बगल जो ईंट पत्थर रखे थे उसको कस्बे के बाहर भिजवा दिया गया।