Case not registered in gangrape case even after a month- नारी शक्ति को लेकर इन दिनों प्रदेश में विविध कार्यक्रम हो रहे। डीएम-एसपी ऑफिस से लेकर पुलिस स्टेशन तक लड़कियों को एक दिन का प्रभारी डीएम-एसपी और कोतवाल बनाकर उन्हें महिला सुरक्षा की जानकारी दी जा रही है।
Case not registered in gangrape case even after a month
अमेठी. Case not registered in gangrape case even after a month. नारी शक्ति को लेकर इन दिनों प्रदेश में विविध कार्यक्रम हो रहे। डीएम-एसपी ऑफिस से लेकर पुलिस स्टेशन तक लड़कियों को एक दिन का प्रभारी डीएम-एसपी और कोतवाल बनाकर उन्हें महिला सुरक्षा की जानकारी दी जा रही है। लेकिन अमेठी में एक दलित महिला न्याय के लिए एक महीने से दर-दर की ठोकर खा रही उसे देखकर तो ऐसा ही प्रतीत हो रहा। महिला का आरोप है कि एक माह पूर्व उसके साथ गैंगरेप हुआ और अब तक पुलिस ने मुकदमा तक दर्ज नहीं किया।
जान से मारने की धमकी मामला अमेठी के शिवरतनगंज थाना अंतर्गत एक गांव का है। पीड़िता का आरोप है कि करीब एक माह पूर्व 8 सितंबर की शाम जब वह खेत में गई हुई थी उसी समय शत्रुघन, विंदर और स्वामी वहां आ धमके। महिला का कहना है कि वो कृषि कार्य में लगी थी कि इसी समय तीनों ने मिलकर उस पर धावा बोल दिया। उसने मदद के लिए गुहार लगाई तो शत्रुघन ने मुंह दबाया और पेट पर चाकू रखकर कहा कि पेट फाड़ देंगे। इसके उपरांत उन लोगों ने महिला के साथ रेप किया। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने तमंचा लहराते हुए धमकी दिया कि कहीं शिकायत किया तो जान से मार डालेंगे।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप पीड़िता के अनुसार उसका पति लखनऊ में रहकर पॉलिश आदि का कार्य करता है। अगले दिन पति आया और पत्नी को लेकर थाने पहुंचा जहां लिखित शिकायत की। लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब आरोपी निरंतर पीड़ित परिवार को धमका रहे हैं। उधर पीड़िता जान बचाने के लिए लखनऊ जाकर रह रही है। इस मामले में कोई भी पुलिस का अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही है। अब पीड़िता ने राज्य महिला आयोग और अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।