2014 में ही कर दी थी शुरुआत कांग्रेसी नेता ने कहा कि चंद्रकांत दूबे बीजेपी के एजेंट के रूप मे काम करने के लिए 2014 में ही शुरुआत कर दी थी। जिला पंचायत के चुनाव मे उन्होंने कैंडिडेट को विड्रा कराया। निकाय चुनाव मे ऐसे-ऐसे कंडीडेट्स को लाया गया, जिनका कोई जनाधार नहीं था। विधानसभा मे बुरी तरीके से कांग्रेस हारी। चंद्रकांत दूबे ने कांग्रेस और राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिए इस तरह का प्रबंध किया।
http://flashbag.patrika.com/ जांच के लिए पत्र लिखने का किया दावा धर्मेंद्र शुक्ला ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने कई बार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की शिकायत को संज्ञान में लिया। हालांकि, बाद में देशभर में चुनाव प्रचार के कारण वो ज्यादा समय नहीं दे पा रहे थे। इसी समय की कमी का फायदा चंद्रकांत दूबे ने उठाया। उन्होंने कहा कि दूबे के विश्वासघात के लिए राहुल गांधी से जांच की मांग की गई है।