पेड़ से गिर कर हुई युवक की मौत का मामला
गौरतलब हो कि गौरीगंज के रुदई का पुरवा ऐंठा निवासी राम मिलन 40 बीते गुरुवार को पेड़ पर चढ़ कर जानवरों के लिए पत्तियां तोड़ रहा था। एकाएक वो पेड़ से गिरा उसे गम्भीर चोट आई। परिजन उसे लेकर मलिक मोहम्मद जायसी संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज लेकर आए। यहां इलाज में लापरवाही के चलते 3 घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
ABVP ने मरीज की मौत पर खोला मोर्चा, किया प्रदर्शन
शुक्रवार को राम मिलन की मौत के 18 घंटे के बाद भी उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना नहीं किया और इस बात की भनक ABVP के सदस्यों को लग गई। उन्होंने हॉस्पिटल को घेरकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। ABVP के मेम्बर्स ने आरोप लगाया के उनके संगठन का सदस्य गुरुवार को अस्पताल में मौजूद था। इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डा. एमपी सिंह सो रहे थे, जगाने पर आए तो टेट्नेस के इंजेक्शन से लेकर सारी दवाईयां बाहर से मंगाइ और फिर इलाज में लापरवाही से उसकी मौत हो गई। ABVP के रत्नेश त्यागी की मानें तो ये कोई पहला मामला नहीं है, हर महीने 10 दिन-15 दिन में ऐसी घटना सामने आती है।
रायबरेली में प्रैक्टिस कर नर्सिंग होम चला रहे डाक्टर
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जब सीएमओ से बात की तो उन्होंने कहा के 142 प्रकार की दवां हैं कहां गई? डाक्टर दवा बेंच डाल रहे हैं। सीएमओ ने ये भी कहा कि डॉ. एमपी सिंह खुद रायबरेली में प्रैक्टिस करते हैं, वहां जिला अस्पताल के बगल में उनका नर्सिंग होम चल रहा। आज ड्यूटी कर रहे बाकी दिन नहीं करते। हम जान रहे हैं, कार्रवाई करो तो हर आदमी अपना नेता पकड़ रखा है। चाहे विधायक जी चाहे मंत्री जी कही कही से फोन कराते रहते हैं हमको डिस्टर्ब न कीजिए।
पत्रकारों से बोले सीएमओ सारी दवाएं हैं मौजूद
वहीं पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएमओ ने बयान बदला कहा कि हां इमरजेंसी में ये मरीज गम्भीर हालत में आया था। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने फस्ट ऐड किया। और इलाज के बाद बताया के हालत गम्भीर है बाहर ले जाना पड़ेगा। 108 पर फोन करने के लिए अटेंडेंट को बताया जैसे की व्यवस्था है। लेकिन किसी ने एम्बुलेंस के लिए फोन नहीं किया। रिश्तेदारों का इन्तेज़ार करते रहे और इसमें मरीज की मौत हो गई है। हां पत्रकारों से उन्होंने कहा के सारी दवाएं मौजूद हैं।