ज्वैलर्स की दुकानों में रेट भर ही गए पूछे
जानकारी के अनुसार धनतेरस के मौके पर शहर के बाजारों में वैसे तो काफी चमक रही थी लेकिन महंगाई को लेकर धनतेरस की रौनक पूरी तरह फीकी दिखाई पड़ी। सोने की खरीदारी फीकी रही, महंगाई की मार के आगे ज्यादातर लोगों ने ज्वैलर्स की दुकानों में जाकर सोने के भाव भले ही पूछ लिए हों, लेकिन सोना लेने वाले ग्राहकों की संख्या काफी कम रही। चांदी के सिक्के और चांदी के नोट ग्राहकों की पसंद और मजबूरी रहे। सोने की खरीदारी के बजाय लोगों ने चांदी के आइटमों पर ज्यादा ध्यान दिया। चांदी से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी ग्राहकों की पसंद रहे। बाजारों में ऐसी भी ज्वैलरी की बिक्री हुई जो एक ग्राम से दो ग्राम तक के सोने के वजन से बनाई गई थी लेकिन उसका आकर्षण दस ग्राम तक के वजन का था। इस तरह की भड़कीली डिजाइन में बनी हुई ज्वैलरी खूब पसंद की गई थी।
बीते सालों की अपेक्षा कम हुई बिक्री
सराफा कारोबारियों की मानें तो धनतेरस के मौके पर इस बार बीते सालों की अपेक्षा कम बिक्री हुई। उधर ग्राहकों की मानें तो वह लोग इस विकट महंगाई में किसी तरह से कुछ न कुछ नई खरीदारी करके किसी तरह से धनतेरस की रस्म अदायगी कर रहे हैं। जीएसटी और सरकार की बुराईयां करते हुये लोग नजर आये।