शौचालय नहीं तो काम नहीं जिलाधिकारी की इस मुहिम में शौचालय विहीन परिवारों यानी जिनके घर में शौचालय नही है, उन्हें न तो सरकारी कार्यों मे वरीयता दी जाएगी और न ही उन्हें किसी भी प्रमाण पत्र में प्राथमिकता मिलेगी। जिला अधिकारी योगेश कुमार की मानें तो अगर कोई अधिकारियों के पास शिकायत लेकर जाएगा तो उसे शौचालय यानी इज्जत घर का प्रमाण पत्र भी लाना होगा। नहीं तो आपकी समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा। वहीं इस मुहिम में कोटेदार और ग्राम प्रधान को सरकारी सहायता राशि भी नहीं दी जाएगी। साथ ही किसी भी हैसियत प्रमाण पत्र के लिए बनवाने वाले को खुद से शौचालय का निर्माण करना होगा। लोगों मे इज्जत घर के निर्माण व उपयोग के लिए जिलाधिकारी ने यह नई पहल शुरू की है।
जिला व तहसील स्तरीय अधिकारियों को जारी किए आदेश इस मुहिम को सफल बनाने की कवायद में जुटे अमेठी जिलाधिकारी योगेश कुमार ने जिला और तहसील स्तरीय अधिकारियों को आदेशित करते हुए कहा है कि उन्हीं शिकायतकर्ताओं को प्राथमिकता दें और सुनें जिनके घरों में इज्जत घर का निर्माण कराया जा चुका है। इसके लिए उन्होंने सभी से प्रमाण पत्र लेने के भी दिशा निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिले और तहसील स्तर अधिकारियों को ये भी दिशा निर्देश दिए हैं कि जिन घरों में शौचालय का निर्माण अब तक नहीं हो सका है या नहीं हुआ है। ऐसे लोगों की शिकायत शौचालय निर्माण के बाद ही सुनी जाए।
ऐसे होगी पहचान जिलाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि सभी तहसील कार्यालय और जिला स्तरीय कार्यालय में उनकी पहचान कैसे हो। इसकी पुष्टि करते हुए जिला अधिकारी के बताया कि इसके लिए दो अलग अलग अलग रसीदें छपवाई गई हैं। जिन्हें तहसील दिवस, थाना दिवस पर लोगों को दिया जाएगा। शासन द्वारा जारी हुई इस मुहिम में जिन लोगों के पास शौचालय है, उन्हें हरी रंग की रसीद दी जाएगी और जिनके पास शौचालय नहीं है उन्हे लाल रंग की रसीदें दी जाएंगी। इस तरह से दोनों की पहचान हो सकेगी।
हैसियत प्रमाण पत्र के लिए भी देना होगा शौचालय प्रमाण पत्र जिला अधिकारी ने ये भी दिशा निर्देश दिए कि 5 लाख रुपए तक के हैसियत प्रमाण पत्र लेने वालो को स्वयं से एक शौचालय का निर्माण कार्य करना होगा और पचास लाख के हैसियत प्रमाण पत्र लेने वालो को दस शौचालय का निर्माण प्रमाण पत्र लगाना होगा। जिला अधिकारी ने बताया कि जिला पंचायत राज विभाग द्वारा सत्यापन रिपोर्ट दर्ज करने के बाद ही प्रशासन प्रमाण पत्र जारी करेगा।
पेट्रोल पंप पर भी मिलेगी छूट, स्टीकर विहीन वाहनों को नही मिलेगा पेट्रोल इस पहल को आगे बढाते हुए जिला अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों के यहां दो पहिया, चार पहिया वाहन होने के वावजूद शौचालय नहीं हैं। ऐसे में अगर वे अपने घर पर शौचालय का निर्माण करवाते हैं तो उनके शौचालय नंबर का एक स्टीकर जारी किया जाएगा। जिन लोगों की कार या मोटरसाइकिल पर स्टीकर होगा उन्हें पेट्रोल में छूट दी जाएगी। वहीं जिन लोगों के पास शौचालय नहीं है उन्हे पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि इस मुहिम में जिन लोगों के पास शौचालय नहीं है वे स्वप्रेरणा से शौचालय बनवा पाएंगे और लोगो में जागरूकता आएगी।
ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिलेगा लाभ जिला अधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि इस मुहिम में हमें यह भी पता चल जाएगा कि कितने लोगों के घरो में आज भी शौचालय निर्माण नहीं हुआ है। इसके साथ ही जिन लोगों ने अभी तक शौचालय निर्माण नहीं करवाया वे स्वप्रेरणा और खुद से शौचालय निर्माण करवाएंगे और लोगो को शौचालय वनवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इस मुहिम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ होगा।
लोगों ने की पहल की सराहना इस बारे मे जब आम लोगों से बात की गई तो उन्होंने अमेठी जिला अधिकारी की इस पहल की काफी सराहना की। लोगों का कहना है कि इस पहल से न सिर्फ उन्हें वरीयता मिलेगी, बल्कि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूक होगी।