ये भी पढ़ें- एससी/एसटी आरक्षण पर मचा सियासी घमासान, अखिलेश, मायावती, प्रियंका ने कर दिया बड़ा ऐलान कठोर कार्रवाई की जाएगी- एक मामले में कार्यवाही करने को कहा था। जिस पर उनको शक हुआ तो मोबाइल नंबर की जानकारी कराई गई। इसमें उसका नंबर कमिश्नर मुरादाबाद का नहीं पाया गया। इस संदर्भ में गौरीगंज थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिस पर अमेठी पुलिस ने प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही शुरु किया। आज पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इस संबंध में जिलाधिकारी अरुण कुमार ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा है कि किसी प्रकार के फर्जी नाम या पद नाम का सहारा लेते हुए किसी अधिकारी/कर्मचारी व अन्य को फोन करना और भ्रामक सूचना फैलाना कानूनन अपराध है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।