अमेठी तहसील परिसर का मामला संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग नें विकराल रूप ले लिया और आग की लपटे आसमान से बातें कर रही थीं। इसकी ख़बर जैसे ही बड़े अधिकारियों को हुई, आनन-फानन में उन्होंने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी जद्दोजहद के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक ऑफिस में रखे कागजात आग की भेंट चढ़ चुके थे। चकबंदी अधिकारी राजेन्द्र सिंह नें बताया कि 8 महीने पहले ही ऑफिस शिफ्ट किया गया था। आग किस कारण से लगी इसकी सही वजह अबी नहीं पता है।
चल रही थी चकबंदी और लग गई कागजात में आग चकबंदी ऑफिस में आग लगने का मामला सवालों के घेरे में हैं। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है लेकिन यहां बिजली कनेक्शन नहीं है। दूसरी अहम बात ये कि अमेठी तहसील क्षेत्र में बीते कुछ समय से चकबंदी चल रही है, ऐसे में आग लगने की कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही। मामले में एसडीएम धीरेंद्र सिंह का कहना है कि मौके पर साल 2011 के इलेक्शन के पेपर्स मिले हैं। बाकी पुराने कागजात जल चुके हैं। सम्बन्धित अधिकारी को बुलाकर जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच पूरी होने के बाद ही पता चल पाएगा कि पुराने कौन-कौन से कागजात आग के हवाले हुए हैं।