संत किसी दल के पीछे खड़े होने वाले चपरासी नहीं- मौनी महाराज ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि हम रामलला के थे रामलला के हैं और राम लला के लिए रहेंगे। भाजपा को अगर संतों से अपेक्षा है तो राम मंदिर बनाना है, आतंकवाद समाप्त करना है और भारत को मजबूत करना है। उन्होंने कहा संत राममंदिर से किसी परिस्थिति में समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि कई पार्टियां कह रही हैं कि भाजपा ने राममंदिर नहीं बनाया। क्या संत उनके साथ नहीं खड़े होगे? मौनी महाराज ने कहा कि संतो का उद्देश्य राममंदिर है, हम किसी दल के पीछे खड़े होने वाले चपरासी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि संत स्वयं संकल्पित हो चुका है और वो न्यायपालिका का निर्णय आने के बाद कुछ बड़ा निर्णय लेकर राममंदिर बनाएगा।
जो राम का नहीं वो हमारा नहीं-
मौनी महाराज ने यह भी कहा कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। राम मेरी जिंदगी की शान पहचान हैं। राम को ही बचाने के लिए हम सब निकले हैं। उन्होंने कहा कि हम मोदी जी से कहना चाहते हैं कि उनको बड़ा अवसर मिला था, आपने चूक की है। क्या आज आप ये विश्वास दिला पाएंगे लोगों को कि राममंदिर आप बनाएंगे। आज जो भाजपा में ऊहापोह है कि सरकार बनेगी की नहीं बनेगी, समर्थन मिलेगा कि नहीं मिलेगा, ये स्थित क्यों पैदा हुई। इसके लिए भाजपा के जिम्मेदार लोग जवाब दें।
मौनी महाराज ने यह भी कहा कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। राम मेरी जिंदगी की शान पहचान हैं। राम को ही बचाने के लिए हम सब निकले हैं। उन्होंने कहा कि हम मोदी जी से कहना चाहते हैं कि उनको बड़ा अवसर मिला था, आपने चूक की है। क्या आज आप ये विश्वास दिला पाएंगे लोगों को कि राममंदिर आप बनाएंगे। आज जो भाजपा में ऊहापोह है कि सरकार बनेगी की नहीं बनेगी, समर्थन मिलेगा कि नहीं मिलेगा, ये स्थित क्यों पैदा हुई। इसके लिए भाजपा के जिम्मेदार लोग जवाब दें।