इस दिन बच्चों के अधिकार, देखभाल और शिक्षा के बारे में बताने के साथ लोगों को जागरूक किया जाता है। कहा जाता है कि नेहरू जी बच्चों को बेहद प्यार करते थे इसलिए उनके जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में चुना गया। आपको बताते चले कि पंडित नेहरू ने भारत की आजादी के बाद बच्चों की शिक्षा, प्रगति और कल्याण के लिए बहुत काम किया था। उन्होंने विभिन्न शैक्षिक संस्थान जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और भारती प्रबंधन ससंस्थान की स्थापना भी की थी। इन सबके बाद कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी में हालात बद से बदतर नजर आ रहा है।
बच्चों की ये स्थिति वाकई में भयावह है। गरीबी के चलते उनसे ऐसे कूृड़ा बटोरवाना व भीख मंगवाले का काम करवाना, देश के भविष्य को किस ओर ले जा रहा है, इसे दर्शाता है।