18 अक्टूबर को भू-समाधि से आएगे बाहर
भू-समाधि लेने से पूर्व मौनी महाराज ने कहा राम मंदिर के लिए भू-समाधि का मेरा संकल्प निरंतर चला आ रहा है, सगरा आश्रम पर भी भू-समाधि राम मंदिर के लिए लिया था। राम मंदिर और तमाम संतों ने पंचतत्व में अपनी शरीर को विलीन कर दिया, जिसे देखकर मेरे मन में अत्यन्त पीड़ा है। ये शारदीय नवरात्र का पुनीत महापर्व चल रहा है, मां भगवती की कृपा प्राप्त करने के लिए मैं भू-समाधि के लिए प्रवेश कर रहा हूं।
अब 18 अक्टूबर को नवरात्रि के आखिरी दिन निकलकर महाकाल से पुनः प्रार्थना करूंगा की अयोध्या में राम मंदिर बने। सरकार से बार-बार उम्मीद करने के बाद भी निराश होने के बाद मेरी आशा केवल मात्र देवीय शक्तिओं से रह गयी है।
21 अगस्त को सगरा आश्रम में ले चुके हैं तीन दिवसीय 53 वीं भू-समाधि
इससे पहले मौनी महाराज ने 21 अगस्त को सगरा आश्रम में ही तीन दिवसीय 53 वीं भू-समाधि राम मंदिर निर्माण के लिए लिया था। अब कूड़ा धाम में मां दुर्गा और महाकाल की आराधना के साथ आयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंंने 54वीं भू-समाधि ली है। उधर मौनी महाराज के समाधि लेने पर अमेठी और सुल्तानपुर प्रशासन के हाथ पैर फूल गए हैं।