बूढ़े पिता ने कहा आप सांसद नहीं थीं तब भी हमने आपको एप्लीकेशन दिया था। मेरे बेटे को विष का इंजेक्शन देकर मार डाला। इसके बाद बूढ़ा पिता रोने लगा और कहा अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं उस डाक्टर को काट दूंगा। पिता ने मृत्यु दंड की भी मांग की है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर मृत्यु दंड नहीं मिला तो या मैं मार दूंगा या मर जाऊंगा। हमको चाहे जो धारा लगे परवाह नहीं।
इसके बाद स्मृति ईरानी ने पूछा कि एफआईआर दर्ज करवाए थे। तो जवाब में पीड़ित पिता ने कहा कि सब आप जानती हैं। इसके पहले जो सरकार और जो सांसद थे कहीं सुनी नहीं गई। आप हैं, चाहे न्याय मिले चाहे न मिले। अब हम जा रहे, ये कहकर पीड़ित पिता मुड़ गया, जिस पर स्मृति ने कहा दादा एक मिनट रुको तो। फिर पीड़ित से एप्लीकेशन लेकर स्मृति ने एसपी डा. ख्याति गर्ग को एप्लीकेशन देकर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए दिया।
मूल रुप से गौरीगंज कोतवाली के धरवटियापुर निवासी पीड़ित राम मिलन मिश्र ने बताया कि मेरे लड़के को रैबीज का इंजेक्शन दिया। लापरवाही के चलते पूरा ट्रीटमेंट नहीं दिया। चार इंजेक्शन लगाया और कह रहे एक भी नहीं लगा फिर कह रहे दो लगा जबकि हमारे पास 4 का प्रमाण है। हमारे लड़के को विष का इंजेक्शन देकर मार डाला, पीड़ित ने ये आरोप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी लक्ष्मीकांत साहू पर लगाया है। पीड़ित ने कहा मामला जुलाई 2017 का है, और मार्च 2018 में हमारे बेटे की मौत हो गई। उस वक़्त हमारा सांसद नही था तो थाने पर भी हमारी नहीं सुनी गई अब हमारा सांसद है।