क्या कहा-पायलट ने
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि पार्टी में आम भावना यही है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान संभालें। एक सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि प्रियंका वाड्रा को खुद ही निर्णय लेना है कि उन्हें राजनीति में आना है या नहीं। वह कांग्रेस परिवार की सदस्य हैं और समय-समय पर जरूरत के अनुसार वह अपना योगदान देती हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि पार्टी में आम भावना यही है कि राहुल गांधी पार्टी की कमान संभालें। एक सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा कि प्रियंका वाड्रा को खुद ही निर्णय लेना है कि उन्हें राजनीति में आना है या नहीं। वह कांग्रेस परिवार की सदस्य हैं और समय-समय पर जरूरत के अनुसार वह अपना योगदान देती हैं।
पार्टी में युवा पीढ़ी को मौका देने के सवाल पर पायलट ने कहा कि पार्टी में बुजुर्ग पीढ़ी को दरकिनार करने का सवाल नहीं है। उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारी पार्टी में कोई मार्गदर्शक मंडल नहीं है। बुजुर्ग से युवा पीढ़ी के हाथ में नेतृत्व का जाना स्वाभाविक क्रम है। उन्होंने कहा कि बात मौका देने की नहीं सबको साथ लेकर चलने की है।
पायलट ने नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री के लिए आयु सीमा तय किए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति में मापदंड चयन के लिए नहीं बल्कि लोगों को हटाने के लिए बनाए जाते हैं। हमें पुरानी पीढ़ी के अनुभवों का पूरा लाभ उठाना चाहिए। सचिन पायलट के बयान से तो यही लग रहा है कि अब कांग्रेस की कमान जल्द ही राहुल गांधी के हाथों में होगी। वहीं अमेठी के राजेश तिवारी, रोहित सिंह कहते हैं कि राहुल को पहले ही कांग्रेस का अध्यक्ष बना देना चाहिए। राहुल गांधी राजनीति में युवा है, कांग्रेस उनके नेतृत्व में और अच्छा प्रदर्शन करेगी। वहीं कांग्रेस कार्यकता राघवेंद्र सिंह, रामेंद्र सिंह और आरती मिश्रा का कहना है कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह अच्छा ही होगा, राहुल को कमान सौंपने से युवाओं को बल मिलेगा और युवा नेतृत्व में पार्टी को एक नई दिशा मिलेगी।
पायलट ने नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री के लिए आयु सीमा तय किए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि राजनीति में मापदंड चयन के लिए नहीं बल्कि लोगों को हटाने के लिए बनाए जाते हैं। हमें पुरानी पीढ़ी के अनुभवों का पूरा लाभ उठाना चाहिए। सचिन पायलट के बयान से तो यही लग रहा है कि अब कांग्रेस की कमान जल्द ही राहुल गांधी के हाथों में होगी। वहीं अमेठी के राजेश तिवारी, रोहित सिंह कहते हैं कि राहुल को पहले ही कांग्रेस का अध्यक्ष बना देना चाहिए। राहुल गांधी राजनीति में युवा है, कांग्रेस उनके नेतृत्व में और अच्छा प्रदर्शन करेगी। वहीं कांग्रेस कार्यकता राघवेंद्र सिंह, रामेंद्र सिंह और आरती मिश्रा का कहना है कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह अच्छा ही होगा, राहुल को कमान सौंपने से युवाओं को बल मिलेगा और युवा नेतृत्व में पार्टी को एक नई दिशा मिलेगी।