शमसुल निशा परिवार सहित इंदौर में रहती हैं। रोजी-रोटी के लिए इनके पति अमेठी में कार्यरत हैं। लॉकडाउन की वजह से पति का कामकाज बंद हो गया है और घर जाने में भी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसलिए मजबूरन निशा ने 900 किलोमीटर पैदल चलकर इंदौर से अमेठी आने का फैसला किया। सात मई को परिवार के कुछ लोगों के साथ वो बच्ची को कंधे पर बैठाकर इंदौर से निकल पड़ी और 900 किलोमीटर का सफर कर नौ मई को अपने घर जगदीशपुर पहुंची। इस बात की खबर लगते ही स्मृति ईरानी ने अमेठी प्रशासन को निर्देश दिया कि महिला के परिवार की तुरंत मदद की जाए। स्मृति ने महिला और उसके परिवार का हालचाल लिया और हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया। केंद्रीय मंत्री के इस साथ के लिए निशा ने उन्हें धन्यवाद दिया।
राहुल गांधी ने लिया हालचाल अमेठी के पूर्व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लॉकाडाउन के बाद जनपद के लोगों से मुलाकात करने की बात कही है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से जिले की व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी ली। जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। उधर, राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर पार्टी के कार्यकर्ता बाहर से आए लोगों का किराया भी दे रही है। जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने बताया कि राहुल गांधी ने सभी कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना संक्रमण काल के दौरान किए जा रहे जनसेवा के कार्यों की प्रशंसा की है। राहुल गांधी ने जिले की पूरी स्थिति का हालचाल लिया है। उन्होंने जिले में रोजगार और खानपान की व्यवस्था की जानकारी लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निरंतर लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लॉकडाउन खत्म होने के बाद पूर्व सांसद ने अमेठी आने की बात कही है।