शिक्षकों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही सरकार
इस कार्यक्रम में खास करके शिक्षक प्रेरणा एक जैसे तमाम मांगों को लेकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं कार्यक्रम को लेकर संगठन के जिला अध्यक्ष अशोक मिश्रा ने कहा कि हम पूर्व में शिक्षक दिवस को द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के रूप में मनाते थे लेकिन सरकार शिक्षकों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। शिक्षकों के सम्मान के विरुद्ध सरकार तानाशाही कर रही है सरकार हमारी जायज मांगों को नहीं मान रही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि सरकार विद्यालय में लिपिक तो दे दे। सरकार विद्यालयों की जर्जर व्यवस्था तो सुधार दे लेकिन इन सब मांगों को ना मांग कर सरकार तानाशाह रवैया लागू कर रही है। जिससे परेशान होकर हम सबसे अच्छा आज शिक्षक दिवस को शिक्षक सम्मान दिवस के रूप में नहीं बल्कि शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस के रूप में मना रहे हैं।