इस कंपनी को मिली परीक्षा कराने की जिम्मेदारी
यूपी में दरोगा भर्ती परीक्षा करने की जिम्मेदारी NSEIT कंपनी को सौंपी गई है। आपको बता दें इससे पहले पूरे सिस्टम पर यूपी एसटीएफ ने सवाल उठाए थे। इस मामले में एसटीएफ ने गृह विभाग और भर्ती बोर्ड को अपनी जांच रिपोर्ट भी सौंप दी है। पेपर भर्ती लीक का खुलासा करने के दौरान आईजी एसटीएफ ने दावा किया था कि परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी की तरफ से कई बड़ी चूक सामने आई है। फिजिकल पेपर लीक होना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। ये अंदर के लोगों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।
एसटीएफ द्वारा गृह विभाग व भर्ती बोर्ड को भेजी गई रिपोर्ट
एसटीएफ द्वारा गृह विभाग व भर्ती बोर्ड को भेजी गई रिपोर्ट में बताया कि परीक्षा सिस्टम में क्या-क्या खामियां थीं। बता दें कि जब पेपर लीक होने का खुलासा हुआ था तब उस दौरान आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और एएसपी डॉ त्रिवेणी सिंह ने परीक्षा कराने वाली एजेंसी NSEIT के सिस्टम पर कई सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि एजेंसी ने इन्फार्मेशन सिक्यॉरिटी पॉलिसी के निर्धारित मानकों का पालन ही नहीं किया। ऑनलाइन परीक्षा कराने के मूलभूत मानक जैसे फिजिकल, एडमिनिस्ट्रेटिव और टेक्निकल काउंटर मेजर्स की भी अनदेखी की गई है। ऑनलाइन परीक्षा कराने में सिक्यॉरिटी के करीब 138 मानक होते हैं। इनमें कई ऐसे हैं जिनका पालन ही नहीं किया गया। जैसे पेपर कस्टडी, पासवर्ड, फिजिकल इंट्री।
एसटीएफ कंपनी ने दूर की कमियां
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा के लिए पांच से 25 दिसंबर की तारीख तय की गई हैं। जिसके लिए सेंटर भी ब्लॉक कर लिए गए हैं। जो एजेंसी पहले परीक्षा करा रही थी वही इसे आयोजित कर रही है। एसटीएफ ने समय-समय पर परीक्षा सिस्टम की खामियों के बारे में गृह विभाग और कंपनी के लोगों को जानकारी दी। उनकी जानकारी के आधार पर कंपनी ने खामियां दूरी की हैं। इसके बाद भी कंपनी को STQC से सिक्यॉरिटी ऑडिट का सर्टिफिकेट लेना होगा। बता दें कि कंपनी NSEIT की तरफ से पांच से 25 दिसंबर की डेट और सेंटर परीक्षा के लिए ब्लॉक करा ली गई हैं। जबकि अब तक उनका सिक्यॉरिटी ऑडिट पूरा नहीं हुआ है और नहीं STQC का सर्टिफिकेट कंपनी को मिला है।