बारिश से मिलेगी राहत मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार यह स्थित स्वाभाविक है। आने वाले दिनों में दबाव का क्षेत्र बनने से आंधी बारिश के आसार हैं। इससे लखनऊ समेत कई जिलों में आवाजाही रहेगी। पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी होने की वजह से उत्तर पूर्व एरिया में इसका असर देखने को मिल सकता है। 17 व 18 अप्रैल को हल्कि बारिश से तपतपाती गर्मी से राहत मिल सकती है।
बढ़ती गर्मी से किसान पेरशान बढ़ती गर्मी व मौसम में चल रहे उतार चढ़ाव ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। खेतों में खड़ी तैयार फसल की कटाई व मड़ाई कर किसान घर में ही अनाज और भूसा रखने को मजबूर हैं। वहीं बढ़ती गर्मी मेंथा के किसानों के लिए भी सिरदर्द बन गई है। विदेशी बाजारों में मेंथा ऑयल की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों ने जनवरी में ही मेंथा की बुआई बढ़ा दी लेकिन बढ़ती गर्मी ने किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। गर्म तापमान और पछुआ हवाओं के चलने से प्रदेश के किसानों को मेंथा की फसल के सूखने का डर सता रहा है। हरदोई के अल्लीपुर गांव में पांच एकड़ जमीन की खएती कर रहे किसान रामसिंह को मौसम में बदलाव की वजह से मेंथा का कम दाम मिलने का डर सता रहा है।
बढ़ती गर्मी में बढ़ी मरीजों की संख्या गर्मी बढ़ने के साथ ही मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है। इसका असर भी दिखने लगा है। बदलते मौसम में लोग बीमार पड़ रहे हैं। अमूमन सिरदर्द, पेट की समस्या, उल्टी जैसी बीमारियों से जकड़े मरीजों की तादाद स्वास्थ्य केंद्रों पर लगी रहती है। कन्नौज के जिला अस्पताल में भी सीएचसी और पीएचसी के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हैं। रविवार को जिला अस्पताल में एक दिन में ही 1350 मरीजों ने पंजीकरण कराया। इनमें ज्यादातर बच्चे डायरिया व उल्टी से पीड़ित पाए गए। अस्पताल के डॉ. वीके शुक्ला ने बताया कि पानी की कमी बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। इससे हाथ पैरों में जलन व दर्द, आखों में तेज दर्द, चक्कर आना जैसी समस्याएं मरीजों को घेर रही हैं। उन्होंने बताया कि तपतपाती गर्मी में सेहत का ध्यान रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी, जूस, और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। साथ ही मौसमी फलों का सेवन भी लाभप्रद है।