जमीन कब्जा दिलाने गई पुलिस पर भारी दिखे ग्रामीण दरअस्ल मामला मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के पलिया पूरव गांव का है। गांव निवासी रामसमुझ प्रजापति का गांव के राजकरन सरोज के बीच आबादी की भूमि को लेकर विवाद है। रामसमुझ के घर के दरवाजे के सामने पड़ी खाली जमीन पर रामसमुझ का परिवार कुम्हारी कला का कार्य करता आ रहा है। बगल में पुआल रखा है़। यह आबादी की भूमि है़ इसका वाद सिविल कोर्ट मुसाफिरखाना में लंबित है। इससे पूर्व भी इसी जमीन को लेकर एक पक्ष कब्जा करने का प्रयास कर चुका है लेकिन सफल नहीं हुआ था इसकी शिकायत रामसमुझ ने 11 नवम्बर को सीओ 2020 मुसाफिरखाना व राज्य पिछड़ा मे कर चुका है़। जिसकी जांच कर सीओ मुसाफिरखाना ने 10 अक्टूबर को रिपोर्ट पुलिस आक्षिक अमेठी को भेजी थी। पुलिस ने पहले भी शिकायती पर दबाव बनाने के लिए 151, 107/16 की एक पक्षीय कार्यवाही की थी।
अमेठी के दरोगा का वीडियो वायरल अब सोशल मिडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे हेलमेट लगाए दरोगा ग्रामीणों से घिरे असहज मुद्रा में खड़े दिखाई दे रहे हैं। दरोगा संकठा प्रसाद मौर्या पक्ष विशेष को कब्जा दिलाने पहुंचे थे। पक्ष विशेष को ललकारते हुए दरोगा ने पुआल व मिट्टी के बर्तन बनाने वाले उपक्रम को फेंकने का फरमान सुना डाला। इनका इशारा मिलते ही एक पक्ष समान उठाकर फेकने लगा। पुलिस की मौजूदगी में ज्यादती देख ग्रामीणों ने हेलमेट में चेहरा छिपाए दरोगा को चारों ओर से घेर लिया। किसी ने बाइक की चाभी निकाली। इसी बीच किसी ने पुलिस कप्तान दिनेश सिंह को फोन घुमा दिया भनक लगते ही दरोगा मौके से भाग खड़े हुए।