अजमेर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने अजमेर व अजयमेरू डिपाे को करीब दो दर्जन बसें मिली हैं। लेकिन इनमें से कुछ बसों के अस्थायी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र (टीआरसी) भूलवश उदयपुर पहुंच गए। बसों के चेसिस के साथ पंजीयन दस्तावेजों का मिलान करने पर मामला पकड़ ममें आया। अब दस्तावेज पुन: अजमेर आने पर प्रक्रिया पूर्ण […]
अजमेर. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने अजमेर व अजयमेरू डिपाे को करीब दो दर्जन बसें मिली हैं। लेकिन इनमें से कुछ बसों के अस्थायी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र (टीआरसी) भूलवश उदयपुर पहुंच गए। बसों के चेसिस के साथ पंजीयन दस्तावेजों का मिलान करने पर मामला पकड़ ममें आया। अब दस्तावेज पुन: अजमेर आने पर प्रक्रिया पूर्ण की जाकर बसों को रूट पर चलाया जाएगा। अजमेर डिपो के मुख्य प्रबंधक महेन्द्र सिंह गोठियाना ने स्टाफ के साथ बसों का निरीक्षण किया। अजमेर डिपो को मिली करीब 11 बसों में सात के दस्तावेज सही पाए गए। लेकिन चार अन्य बसों के दस्तावेजों की फाइल उदयपुर चली गई। हालांकि तत्काल इसकी सूचना संबंधित डिपो को दी गई।आज हो सकता है रूट निर्धारण
अजमेर डिपाे को आवंटित सभी बसों के दस्तावेज पूर्ण होने पर गुरुवार से बसों को रूट आवंटित किए जा सकते हैं। रोडवेज प्रशासन ने होमवर्क शुरू कर दिया है।केकड़ी से हरिद्वार बस सेेवा
नई बसों के रूट आवंटन करने की प्रक्रिया एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी। केकड़ी-हरिद्वार नई बस सेवा टोंक जयपुर होते हुए संचालित की जाएगी।
ई मित्र या एप से बना सकेंगे रियायती कार्ड
रोडवेज प्रबंधन ने अब वृद्धजन, पत्रकार, छात्र, दिव्यांग आदि के लिए रियायती कार्ड ई मित्र के जरिए बनाने की सुविधा शुरू कर दी है। आवेदक निकट के ई मित्र पर रियायती कार्ड बनवा सकेगा। इसी प्रकार एक एप भी तैयार की गई है। इसमें आधार कार्ड के चेहरे से मिलान कर रियायती कार्ड बनवा सकेंगे। इसके लिए अब संबंधित बस स्टैंड पर आने की जरूरत नहीं है।