उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को झारखंड की राजमहल विधानसभा सीट पर चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही संथाल परगना में लोगों के हक पर डाका डाल रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या को लात मारकर बाहर किया जाएगा। सीएम योगी ने अयोध्या की भी चर्चा की।
सीएम योगी ने कहा देश में जहां भी भाजपा की डबल इंजन की सरकार है वहां घुसपैठियों की कोई जगह नहीं है। जबकि झारखंड को रोहिंग्या मुसलमानों का गढ़ बना दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं आपसे एक ही बात कहने आया हूं। जैसे यूपी के अंदर डबल इंजन की सरकार है, तो वहां न तो घुसपैठिए हैं और न कोई गो हत्या का दुस्साहस कर सकता है। कोई किसी बेटी की इज्जत पर हाथ डालने का दुस्साहस नहीं कर सकता है। अगर किसी ने ऐसा कोई दुस्साहस किया तो मान के चलिए कि उसका यमराज के घर के लिए टिकट कट गया। यह काम झामुमो-कांग्रेस की सरकार नहीं कर सकती।"
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यूपी के सीएम योगी ने कहा कि झारखंड की जनता गरीब है। लेकिन इनकी सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के घर से नोटों का पहाड़ मिल रहा है। कांग्रेस के सांसद के घर से करोड़ों रुपए मिले। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये पैसा कांग्रेस, राजद और झामुमो का था? यह पैसा मोदी जी की ओर से झारखंड के विकास के लिए भेजा गया पैसा था। इस पैसे पर झामुमो कांग्रेस और राजद के नेताओं ने डकैती डाली है। 23 नवंबर के बाद लूटने वाले हर व्यक्ति का हिसाब होगा।
योगी आदित्यनाथ ने लोगों से कहा, ''हमें बंटना नहीं है, क्योंकि बंटेंगे तो कटेंगे। एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। मैं यही आह्वान करने के लिए आपके पास आया हूं। अयोध्या में अगर हिंदू नहीं बंटा होता तो अपमान नहीं झेलना पड़ता। बंटना नहीं है। जाति के नाम पर बांटने वाले नेता समाज के दुश्मन हैं, देश के दुश्मन हैं। हमें विकसित भारत की परिकल्पना को आगे बढ़ाना है।''
सीएम योगी ने कहा, ‘झारखंड में 43 सीटों पर चुनाव हो चुका है 38 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी। अब तक के रूझान बताते हैं कि यहां दो तिहाई बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बन रही है। जहां कहीं भी भाजपा की डबल इंजन की सरकार है वहां सुशासन है। वहां किसी प्रकार की अराजकता नहीं है। जब झारखंड का निर्माण हो रहा था तो मैं गोरखपुर से सांसद था। उस समय संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस और राजद झारखंड बनाने का विरोध कर रहे थे।