प्रेमनगर इलाके में पुलिस टीम की वर्दी फाड़ने और सिपाहियों की पिटाई के मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने एक नजीर पेश की। दबिश देकर हमलावरों को उनके घरों से उठा लिया।
बरेली। प्रेमनगर इलाके में पुलिस टीम की वर्दी फाड़ने और सिपाहियों की पिटाई के मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने सख्त एक्शन लिया है। उन्होंने एक नजीर पेश की। दबिश देकर हमलावरों को उनके घरों से उठा लिया। इसके बाद उनकी जमकर तुड़ाई हुई। हवालात से निकलते हुए लंगड़ाते हुए हाथ जोड़कर बोले साहब गलती हो गई, अब ऐसा कभी नहीं करेंगे।
बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मियों पर हुए हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हमलावरों की बर्बरता स्पष्ट दिखाई दे रही है। पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए एक मंदिर में छिपे, लेकिन हमलावरों ने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद, एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में पुलिस ने ताबड़तोड़ अभियान चलाया और शुक्रवार को नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी अनुराग आर्य भी थाना प्रेमनगर पहुंचे।
पुलिसकर्मियों पर लाठी-डंडों और ईंटों से हमला किया जा रहा है। अपनी जान बचाने के लिए दो पुलिसकर्मी एक मंदिर में घुस गए और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। हमलावर फिर भी दरवाजा तोड़ने पर आमादा रहे। घटना के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पूरी रात कई थानों की मदद से अभियान चलाया। अशोक वर्मा, धीरज, राहुल शर्मा, वरुण, अर्जुन, कुनाल, आदेश, विपिन और राकेश को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया गया, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को जेल भेजा गया, जहां लंगड़ाते हुए सभी हमलावर हाथ जोड़ते नजर आए। उनका कहना था, "साहब, गलती हो गई - अब ऐसा नहीं करेंगे।" पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के समय अधिकांश हमलावर नशे में थे और उन्होंने फिर से भागने का प्रयास किया, जिस कारण पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें गिरफ्तार किया। कुछ आरोपी भागते समय मामूली चोटिल भी हुए।
आरोपी अशोक और एक अन्य युवक के बाल काफी लंबे थे, जो वीडियो में भी स्पष्ट दिख रहे थे। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने अपनी पहचान छिपाने के इरादे से बाल कटवा लिए थे। पुलिस ने पूछताछ में इसकी पुष्टि की।
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा, "जुआ की सूचना पर गई पुलिस टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, और बाकी की तलाश जारी है। कोर्ट में भी पूरी पैरवी कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जाएगी, ताकि यह कार्रवाई दूसरों के लिए सबक बने और भविष्य में कोई पुलिस पर हमला करने की जुर्रत न करे।"