ओलों की मार से तैयार फसल को भारी नुकसान होने से किसान मायूस नजर आए।
अजीतगढ़ सहित ब्लॉक के कई गांवों में होली के दिन गुरुवार को दोपहर बाद अचानक मौसम का मिजाज बदलने से बारिश के साथ जोरदार ओलावृष्टि हुई। ओलों की मार से तैयार फसल को भारी नुकसान होने से किसान मायूस नजर आए। कई गांवों में तेज बरसात हुई तो कई गांवों में 10 से 15 मिनट तक बेर के आकार के ओले पड़े। जिससे किसानों की पकी फसल बर्बाद हो गई। अजीतगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत खटखड़, पीली का जोहड़ा, किशोरपुरा, अजमेरी, ग्राम पंचायत हरिदासबास क्षेत्र, हाथीदेह क्षेत्र सहित कई गांवों में करीब 10 से 15 मिनट तक चने व बेर के आकार के ओले गिरे। ओले गिरने के कारण खेतों में गेहूं, जौ, सरसों, चना की फसल को भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने जिला कलक्टर सीकर सहित उपखंड अधिकारी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार से मांग की है कि ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का सर्वे एवं गिरदावरी कराकर उचित मुआवजा दिलाया जाए। अजीतगढ़ नायब तहसीलदार झुंडाराम कुड़ी का कहना है कि होली एवं धुलंडी का त्यौहार होने के कारण कर्मचारियों की छुट्टी थी। एक-दो दिन में सर्वे का काम शुरू करवा दिया जाएगा।
बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान: 72 घंटों में देने होगी सूचना
कोटपूतली. मौसम में बदलाव के चलते कई स्थानों पर आंधी, बारिश व ओलावृष्टि हुई है। मौसम विभाग आगे भी इसकी संभावना व्यक्त की है। कृषि विभाग ने जिले के किसानों से प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत बीमित फसल और बारिश व ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान और सहायता के लिए टोल फ्री व हैल्पलाइन जारी किए है। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक महेन्द्र कुमार जैन ने जिले के किसानों से फसलों में हुए नुकसान के 72 घंटों में बीमा कम्पनी के टोल फ्री नम्बर पर शिकायत दर्ज कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि शिकायत दर्ज कराने के लिए पॉलिसी नम्बर की भी आवश्यकता नहीं है, केसीसी खाता संख्या से शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।