Road Safety Month: दो पहिया चालक बगैर हेलमेट के नजर आए। यहां किसी प्रकार की कोई कार्रवाई या रोकटोक नहीं दिखी। महिला चालक चेहरे पर स्कार्फ बांधी नजर आई, लेकिन हेलमेट पहनना मुनासिब नहीं समझा।
Road Safety Month: तेज रतार बाइक चलाना, उस पर भी हेलमेट नहीं पहनना बड़ी चूक हो सकती है। जिल में 90 फीसदी बाइक चालक हेलमेट नहीं पहनते। सड़क सुरक्षा माह के दौरान भी हालात ऐसे ही हैं। हर दिन सड़क पर जो स्थिति दिखाई दे रही है, उसके अनुसार जान हथेली पर है लेकिन सिर पर हलमेट नहीं।
सोमवार को शाम करीब 5 बजे घड़ी चौक पर रेड और ग्रिन सिग्नल की परवाह किए बिना लोग फर्राटे भरते दिखे। इस बीच दो पहिया चालक बगैर हेलमेट के नजर आए। यहां किसी प्रकार की कोई कार्रवाई या रोकटोक नहीं दिखी। महिला चालक चेहरे पर स्कार्फ बांधी नजर आई, लेकिन हेलमेट पहनना मुनासिब नहीं समझा। लगभग 90 फीसदी लोग बगैर हेलमेट वाहन चलाते नजर आए।
दो पहिया
62,382
कार
12,755
एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस का ध्यान चलान पर ही नहीं केंद्रित होना चाहिए। सड़क सुरक्षा माह के बीच ट्रैफिक पुलिस चौक-चौराहा और स्कूल-कॉलेज के आस-पास दिखे। एक रजिस्टर मेंटेन करे। कौन सा बाइक चालक बिना हेलमेट वाहन चला रहा, तीन बार उन्हें समझाए और चौथी बार पकड़ाने पर माफ नहीं चालानी कार्रवाई करें। हेलमेट पहनने लगेंगे। अक्सर महत्वपूर्ण चौकचौराहों से ट्रैफिक पुलिस नदारद रहती है। उनकी संख्या नेहरु नगर चौक और गुरुद्वारा के पास ही देखाई देती है।
सीजेएम पंकज दीक्षित ने यातायात मुयालय नेहरु नगर में विधिक सेवा यातायात जागरुकता कार्यक्रम में कहा कि हम सड़क सुरक्षा माह मना रहे हैं। लेकिन दुर्घटना में कमी के बजाय बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना रोकने नियमों का पालन कराने कड़ाई करनी होगी। वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी देनी होगी। वहीं पालकों को भी अपने नाबालिग बच्चों को वाहन नहीं देना चाहिए। यदि दे रहे हैं तो यह गंभीर विषय है। पालकों का कर्तव्य है कि उन्हें पता होना चाहिए कि उनके बच्चे कैसे गाड़ी चलाते हैं। कई बार तो बच्चे बिना पालकों को बताए, घर से वाहन लेकर निकल जाते हैं।
डीएसपी ट्रैफिक सदानंद विद्यराज ने कहा तीन महीने के अंदर 90 प्रतिशत लोगों को हेलेमेट पहनाऊंगा। इसके लिए चाहे बेरियर लगाना पड़े या चौक चौराहे पर सर्किल। बिना हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने वालों पर चालान नहीं करेंगे, लेकिन उनकी गाड़ी की जब्ती होगी। जब हेलमेट लेकर आएंगे, तभी उनकी गाड़ी छूटेगी।