MP News: परिवहन विभाग के मुताबिक सबसे बड़ी समस्या डेटा मिलान की सामने आ रही है। कई गाड़ियों का डाटा केंद्रीय सर्वर से मिलान नहीं हो रहा है।
MP News: वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) को लेकर परिवहन और पुलिस महकमा लगातर प्रायसरत है। लेकिन इसके बावजूद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगावने की राह में असुविधा भारी पड़ रही है। जिसका नतीजा यह है कि प्रदेश में 1.50 करोड़ से ज्यादा बगैर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के गाड़ियां दौड़ रही है।
जानकारी के मुताबिक वाहन मालिकों को नंबर प्लेट लगवाने के लिए 15 दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है। बता दें सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक 2019 से पहले खरीदी गई सभी गाड़ियों में नंबर प्लेट लगावाना अनिवार्य किया गया है। जिसके बाद से लगातार परिवहन विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है।
परिवहन विभाग के मुताबिक सबसे बड़ी समस्या डेटा मिलान की सामने आ रही है। कई गाड़ियों का डाटा केंद्रीय सर्वर से मिलान नहीं हो रहा है। जिस वजह से भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा सर्विस प्रोवाइडर की संख्या भी सीमित होने के कारण तेज गति से प्लेट लगाने का काम नहीं हो पा रहा है। हालांकि विभाग लगातार एचएसआरपी नंबर प्लेटों के कार्य की निगरानी कर रहा है। वहीं कुछ वाहन मालिकों को कहना है कि स्लॉट बुकिंग के बाद भी नंबर प्लेट लगवाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
परिवहन विभाग द्वारा हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने के लिए सख्त निर्देश दिए जा चुके है। विभाग के मुताबिक अगर वाहनों में सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होंगी तो वाहन मालिकों को फिटनेस प्रमाण पत्र से लेकर वाहन के रजिस्ट्रेशन के रिन्यूल सहित किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दिए जाने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा प्रदेशभर में दल गठित कर संबंधित वाहन डीलर के माध्यम से एआईसी वाहन पोर्टल पर वर्तमान की स्थिति दर्ज की जा रही है।
हाईटेक नंबर प्लेट लगाने के मामले में मध्यप्रदेश की स्थिति देशभर में भी ठीक नहीं है। लोकसभा में पेश एक आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में 2.45 करोड़ से ज्यादा वाहन पंजीकृत है। जिनमें सिर्फ 65.72 लाख वाहनों पर ही एचएसआरपी लगी है। यानी प्रदेश के 1.79 करोड़ से अधिक वाहन बगैर नंबर प्लेट के दौड़ रहे है।