rahul kharge news मध्यप्रदेश में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता को पार्टी से निकाल दिया गया है। पार्टी ने अनुशासनहीनता के लिए यह कड़ी कार्रवाई की है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता को पार्टी से निकाल दिया गया है। पार्टी ने अनुशासनहीनता के लिए यह कड़ी कार्रवाई की है। कांग्रेस के ये नेता खुद अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर सार्वजनिक रूप से गंभीर आरोप लगा रहे थे। पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री की कांग्रेस से प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी गई है। इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है। अग्निहोत्री को कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है। प्रदेश में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले इसे कांग्रेस का बड़ा फैसला बताया जा रहा है।
पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री पिछले कुछ माहों से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। अग्निहोत्री ने प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी सहित अनेक कांग्रेस पदाधिकारियों पर बीजेपी से सांठगांठ करने का आरोप लगाया था। अभी तक कांग्रेस हाई कमान अमिताभ अग्निहोत्री को नजरअंदाज करते आई थी लेकिन उनके ताजा बयानों के बाद पार्टी सख्त हो। इन बयानों को अनुशासनहीनता मानते हुए हाईकमान ने उन्हें 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।
अमिताभ अग्निहोत्री ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग की थी। उन्होंने अपने पत्र में लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार का उल्लेख करते हुए लिखा कि जीतू पटवारी नर्सिंग घोटाला, आयुष्मान घोटाला, कोरोना घोटाले को चुनावी मुद्दा नहीं बना पाए। यही कारण है कि कांग्रेस के 66 विधायकों के क्षेत्रों में पार्टी बुरी तरह हार गई। प्रदेश में कांग्रेस चापलूसों, पट्ठों और पूंजीवादियों की वजह से चुनाव हारी। जीतू पटवारी अध्यक्ष बने रहे तो कांग्रेस अगले चुनावो में 20 सीट भी नहीं जीत पाएगी।