भोपाल

cyber crime: मंत्री के बेटे से ठग लिए 3.19 लाख रुपए, आप भी रहें अलर्ट

cyber crime: छात्रों से लेकर नौकरी पेशा लोग जालसाजों के जाल में फंस रहे हैं। यही वजह है कि 2024 के सितंबर महीने तक ही 43 करोड़ से ज्यादा की ठगी केवल भोपाल में ही दर्ज की गई है।

2 min read
Nov 13, 2024

cyber crime: मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री कृष्णा गौर के बेटे के साथ साइबर ठगों ने लेबर सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर 3 लाख 19 हजार रुपए की ठगी की है। मामले में क्राइम ब्रांच ने मुंबई से एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। कृष्णा गौर के बेटे आकाश गौर लेबर सप्लाई की ठेकेदारी का काम करते हैं।

20 मार्च को उनके पास प्राइवेट कंपनी में लेबर सप्लाई के टेंडर के लिए एक फोन आया था, कॉल करने वाले ने अपना नाम राकेश यादव बताया था। इसके लिए जालसाजों ने क्यूआर कोड पर एक एंट्री कर वेंडर कोड जनरेट करने के लिए कहा, जिसके लिए उनसे फीस मांगी गई। कुछ देर बाद एक क्यूआर कोड उन्हें भेजा गया, आकाश उनके झांसे में आ गए और अलग-अलग बैंक खातों से उन्होंने 3 लाख 19 हजार जालसाजों को ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।

क्राइम ब्रांच की फर्जी मेल आइडी का उपयोग

पुलिस ने वो अकाउंट फ्रीज करवा दिया जिसमें पैसे ट्रांसफर हुए थे। लेकिन, जालसाज ने साइबर क्राइम की मिलती-जुलती फर्जी ई-मेल आइडी बना कर बैंक मैनेजर को खाते को शुरू करने का मेल कर दिया। हालांकि मुंबई से एक आरोपी सैफ अली चऊस को पुलिस ने किया गिरफ्तार किया है। कॉल करने वाला मुख्य आरोपी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस का मानना है कि सैफ कमीशन काटकर कॉल करने वाले राकेश यादव को देता था। क्योंकि उसने केवल ठगी की रकम अकाउंट फ्रीज होने से पहले निकाल कर दी थी। और अपने पैसे को निकालने के लिए उसने बैंक मैनेजर को फर्जी आइडी बनाकर मेल किया है।

भोपाल में 43 करोड़ से ज्यादा की ठगी

साइबर फ्रॉड का शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं। छात्रों से लेकर नौकरी पेशा करने वाले लोग जालसाजों के जाल में फंस रहे हैं। यही वजह है कि 2024 के सितंबर महीने तक ही 43 करोड़ से ज्यादा की ठगी केवल भोपाल में ही दर्ज की गई है।

केस-1
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र की फर्जी आइडी बना कर लोगों को चुना लगाया था। मामले में उनकी फर्जी आइडी पुलिस ने बंद करवाई और उन्हें गिरफ्तार किया । जांच में सामने आया कि कई लोगों के साथ ये लोग ठगी कर चुके हैं।

केस-2
दुबई के व्यापारी को भोपाल में डिजिटल अरेस्ट कर ठगने की कोशिश की गई। सही समय पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उन्हें बचा लिया डिजिटल अरेस्ट के भोपाल में कई मामले सामने आ चुके हैं।

केस-3
एक छात्र को सोशल मीडिया पर इन्वेस्टमेंट करने का मैसेज आया। शुरू में फायदा हुआ और फिर उसने बड़ा इन्वेस्टमेंट कर दिया, जैसे ही छात्र ने पैसे निकालने की कोशिश की तो जालसाजों ने ब्लॉक कर दिया।

केस-4
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का एक फर्जी वीडियो बनाकर वायरल किया गया था। वीडियो बना कर आरोपी सोशल मीडिया पर अपलोड कर पैसे कमाया कमाता था। इसके बाद भोपाल साइबर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

"

हो सकता है कि ही मुख्य आरोपी गिरफ्तार सैफ ही हो। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है। सैफ जीरॉक्स की दुकान चलाता है। गिरफ्तार आरोपी के खाते देखे जा रहे है और उसके सभी कागजात को भी देखा जा रहा है।
-शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिश्नल डीसीपी, क्राइम ब्रांच

Also Read
View All

अगली खबर