MP Assembly Winter Session: एमपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस ने सदन बाहर और अंदर जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा सरकार और रामनिवास रावत पर तंज कंसा।
MP Assembly Winter Session:मध्ये प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार बीता। कांग्रेस ने सदन के अंदर और बाहर भाजपा को कई मुद्दों को लेकर घेरने की कोशिश की गई। जिसके चलते आज का सत्र सुबह 11 बजे ही कल तक स्थागित कर दिया गया। हालांकि, इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा सरकार पर लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने के वादे को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'लाड़ली बहनों ने भाजपा के लाड़ले नेता को घर बिठा दिया।' (Ladli Behna Yojana)
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के तहत मिलने वाली 1250 रुपये की राशि में एक रुपया भी नहीं बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनावी वादों में इसे बढ़ाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने लाड़ला नेता योजना शुरू कर दी।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इस योजना के पहले लाभार्थी रामनिवास रावत बनें, जो भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन विजयपुर की जनता, विशेषकर माताओं-बहनों ने भाजपा के इस कदम को खारिज करते हुए गरीब आदिवासी उम्मीदवार मुकेश मल्होत्रा को विधानसभा पहुंचा दिया।'
विधानसभा सत्र के पहले दिन भी कांग्रेस ने सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने यहां भी राघोगढ़ के सरकारी कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज शुरू न होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले सत्र में पूछे गए सवाल के गलत जवाब दिए गए थे।
उच्च शिक्षा विभाग ने गलत कॉलेज की जानकारी देकर पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज चालू होने का दावा कर दिया था। हालांकि, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने गलती स्वीकार करते हुए कहा कि विभाग ने दूसरे कॉलेज की जानकारी भेज दी थी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सत्र के दौरान खाद की कमी का मुद्दा भी गरमाया रहा। कांग्रेस विधायकों ने भाजपा सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार किसानों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है और खाद की आपूर्ति को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। खाद की कमी का विरोध करने के लिए कांग्रेस के सभी विधायक बोरी लेकर सदन पहुंचे थे।