Ladli Behna Yojana is proving to be a burden but will not be stopped एमपी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के एक साल पूरे हो गए हैं।
एमपी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के एक साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर सीएम ने
गुरुवार को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मीडिया से मुखातिब हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना पर अहम बयान दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि इस योजना से सरकार पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है। इसके बावजूद योजना को जारी रखने का संदेश देते हुए सीएम ने कहा कि इसके लिए सरकार आय भी बढ़ा रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज 7 नगरीय निकायों के पार्षदों के चुनाव परिणामों में से 6 बीजेपी को जिताकर लोगों ने बीजेपी पर अपना भरोसा कायम रखा है। उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई का जिक्र करते हुए सरकार की उपलब्धियों बताईं।
सीएम मोहन यादव ने प्रमुख रूप से महिलाओं के लिए किए गए कामों पर फोकस किया। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं को देश में सबसे ज्यादा 35 प्रतिशत आरक्षण दे रहे हैं। 26 लाख लाड़ली बहनों को 450 रुपए गैस रिफलिंग के लिए दे रहे हैं।
लाड़ली बहना योजना पर सीएम मोहन यादव ने बताया कि अभी तक 1 करोड़ 29 लाख बहनों को 19212 करोड़ रुपए राशि दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही सब कह रहे थे ये योजना चल नहीं पाएगी, आर्थिक लोड़ पडे़गा। सीएम ने स्वीकार किया कि योजना से सरकार पर लोड़ पड़ रहा है लेकिन इसे चालू रखने का उपाय भी बताया।
सीएम मोहन यादव ने बताया कि सरकार अपने आय के साधन बढ़ाती जाए। जब आय बढ़ाएंगे तो स्वत: ही सभी व्यवस्थाओं को संचालित करने लिए सक्षम हो जाते हैं। हमने इस दिशा में काम किया। जनकल्याणकारी योजनाओं खासकर बहनों की योजनाओं को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो की कल्पना की थी। हमने केन-बेतवा परियोजना पर गंभीरता से काम किया। अटलजी के जन्मदिन पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छतरपुर जिले में इस योजना का भूमि पूजन करेंगे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार तुरंत एक्शन करने वाली सरकार है। महिला, किसान, गरीब, युवा इन चार वर्गों पर हमने फोकस किया है।