मीरापुर विधानसभा सीट पर सपा की जीत तय मानी जा रही थी लेकिन मुस्लिम बहुल सीट पर पार्टी की हार हैरान करने वाली है। यहां पर सपा की हार के कारण कई प्रमुख कारण माने जा रहे हैं
UP By Election: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। अखिलेश यादव ने सभी नौ सीटों पर जितने का दावा किया था, लेकिन उनकी पार्टी दो सीटों पर सिमटती हुई नजर आई। वहीं, मीरापुर विधानसभा सीट पर एक बार फिर रालोद अपना परचम लहराने में कामयाब रही। यहां रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल ने 84304 वोट प्राप्त करते हुए 30796 वोटों से जीत हासिल की है। दूसरे स्थान पर सपा प्रत्याशी सुंबुल राणा रहीं, जिन्हें कुल वोट 53508 प्राप्त हुए।
इस सीट पर सपा की जीत करीबन तय मानी जा रही थी। लेकिन कल चुनाव रिजल्ट में कुछ और ही देखने को मिला। समाजवादी पार्टी की हार की तीन वजहें मानी जा रही हैं। पहला कारण ये रहा कि यहां वोट कम पड़े। मतदान के दिन यहां 40% वोट पड़े थे। दूसरा कारण ये बताया जा रहा है कि इस बार सपा ने नए चेहरे पर दांव खेला था। सपा ने नए चेहरे के साथ प्रयोग किया था, जबकि रालोद ने पुराना और टिकाऊ पत्ता फेंका। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू सुंबुल राणा का प्रत्याशी बनाया था, जिनका अपना कोई राजनीतिक करियर नहीं रहा। हालांकि, उनकी गिनती करोड़पतियों में जरूर होती है। वहीं बीजेपी के पास जाना-माना नाम था। बीजेपी का समर्थन भी रालोद उम्मीदवार के लिए मददगार साबित हुआ। योगी की सभा भी रालोद के पक्ष में गई।
अखिलेश यादव ने मतदान खत्म होने के बाद ही इस तरफ इशारा किया था और कहा था चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारी उनके मतदाताओं को वोट नहीं करने दे रहे थे। इसी वजह से सपा के मतदाता वोट करने ही नहीं निकले और यहां सिर्फ 40 फीसदी मतदान हुआ। इसी वजह से बीजेपी को इस सीट पर जीत मिली, क्योंकि बीजेपी के वोटर वोट डालने आए, लेकिन सपा के मतदाता मतदान केंद्रों से दूर रहे।