एडीजी जोन मुथा अशोक जैन ने कहा कि वर्ष 2047 तक “नशामुक्त राष्ट्र” बनाने के संकल्प को सफल करने के लिए सभी विभागों और एजेंसियों के बीच समन्वय जरूरी है। बैठक के अंत में भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में सघन जांच और निगरानी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
गोरखपुर पुलिस लाइन सभागार में नारकोटिक्स एवं ड्रग नियंत्रण विषय पर राज्य स्तरीय संयुक्त समन्वय समिति (JCC) की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का आयोजन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) द्वारा गोरखपुर पुलिस के सहयोग से किया गया। बैठक में एडीजी गोरखपुर जोन मुथा अशोक जैन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
बैठक में डीआईजी गोरखपुर रेंज एस चन्नप्पा एसएसपी राज करन नय्यर, एनसीबी पटना के उप महानिरीक्षक, लखनऊ, बिहार, एनईआर सहित विभिन्न राज्यों व एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान जिलों और सीमाई क्षेत्रों में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए प्रभावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में मादक पदार्थों की रोकथाम, तस्करी नियंत्रण, सड़क मार्ग और भारत-नेपाल सीमा पर समन्वित कार्रवाई पर जोर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए प्रशासनिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्य बिंदुओं में NDPS मामलों की तेजी से विवेचना, जब्ती, केस डायरी का समयबद्ध निस्तारण, NDPS कोर्ट में पार्सल लेटर की निगरानी, और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन शामिल रहा। जन-जागरूकता के तहत MANAS हेल्पलाइन 1933 के प्रचार-प्रसार और सूचना देने वालों की गोपनीयता बनाए रखने पर भी बल दिया गया। बैठक में निर्देश दिया गया कि जिले स्तर पर नियमित रूप से NCORD/Narco Coordination Meetings आयोजित की जाएं ताकि नशामुक्त भारत के लक्ष्य को मजबूत किया जा सके।