MP News: आने वाले समय में सत्यापन के बाद इनका एक जगह से नाम काटा जाएगा।
MP News: दो साल बाद नगर निगम की मतदाता सूची में किए जा रहे सुधार कार्य के दौरान चौंकाने वाली कमियां सामने आई हैं। निगम सीमा के 66 वार्डों की इन सूचियों में 'सिमिलर डेटा एंट्री' वाले कुल 6,100 मतदाता मिले हैं। इनमें से 3,600 मतदाता ऐसे हैं जिनका वोट शहर में दो अलग-अलग जगहों पर दर्ज है। वहीं, 2,500 मतदाताओं के तो ईपिक (इलेक्टर फोटो आइडेंटिटी कार्ड) नंबर एक जैसे हैं, लेकिन उनके कार्ड पर लगे फोटो अलग-अलग हैं। सत्यापन के बाद इनका एक जगह से नाम काटा जाएगा।
दरअसल, नगरीय निकाय व पंचायतों की मतदाता सूची का वर्ष 2023 के बाद से पुनरीक्षण नहीं किया गया था। विधानसभा व लोकसभा चुनावों के दौरान जो नए मतदाता जुड़े और नाम कटे थे, उन्हीं के आधार पर अब नगरीय निकाय व पंचायतों की सूची में सुधार किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने जिला निर्वाचन कार्यालय को इन ’सिमिलर डेटा एंट्री’ वाले मतदाताओं का डेटा भेजा है। संबंधित प्राधिकारी को अब इन सूचियों का सत्यापन करना होगा।
ईआर-1 : इस फार्म का उपयोग नगरीय निकायों एवं जनपद पंचायत की मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाया जा सकता है।
ईआर-2 : इस फार्म का उपयोग नगरीय निकायों एवं जनपद पंचायत की मतदाता सूची में अपना नाम संशोधन कराने बावत् किया जाता है।
ईआर-3 : फार्म का उपयोग नगरीय निकायों एवं जनपद पंचायत की मतदाता सूची में अपना अथवा किसी अन्य मतदाता का नाम हटाने बावत् उपयोग किया जाता है।
आयोग ने मतदाता सूची की मैपिंग की जो जानकारी मांगी थी, उस रिपोर्ट को भेज दिया है। अब डोर टू डोर सर्वे में स्थिति स्पष्ट होगा।- भूमिजा सक्सेना, उप निर्वाचन अधिकारी
इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने नगरीय निकाय व पंचायतों में 29,250 ऐसे घरों को भी चिह्नित किया है, जिनमें 11 से ज्यादा मतदाता दर्ज हैं। कॉर्पोरेशन ने इसमें सुधार के निर्देश दिए थे, लेकिन सत्यापन का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है।