स्वास्थ्य

सर्दियों में फायदा पहुंचाने वाली ये सफेद चीज बन सकती है नुकसान का कारण भी, सेवन से बढ़ सकता है Uric acid

Side effects of white sesame : क्या आप जानते हैं कि सफेद तिल का अधिक सेवन यूरिक एसिड बढ़ा सकता है? यह समस्या न केवल जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकती है, बल्कि किडनी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकती है।

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Dec 07, 2024
Side effects of white sesame

Side effects of white sesame : सर्दियों का मौसम आते ही लोग सफेद तिल से बने गजक, लड्डू और पट्टी जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेना शुरू कर देते हैं। आयुर्वेद में सफेद तिल को ऊष्मा बढ़ाने वाला और सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है। लेकिन, इसका सेवन हर किसी के लिए लाभकारी नहीं होता, खासकर उनके लिए जिनका यूरिक एसिड (Uric acid) स्तर पहले से ही बढ़ा हुआ है।

यूरिक एसिड: क्यों है खतरा? Uric acid: why is it a danger?

यूरिक एसिड (Uric acid) शरीर में बनने वाला एक विषाक्त पदार्थ है, जो सामान्यतः यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो यह हड्डियों और जोड़ों में क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो सकता है। यह स्थिति गाउट (gout) नामक बीमारी का कारण बनती है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न जैसी समस्याएं होती हैं।

सफेद तिल कैसे बढ़ा सकता है समस्या? How can white sesame seeds increase problems?

सफेद तिल में प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। प्यूरीन के अधिक सेवन से शरीर में यूरिक एसिड (Uric acid) का स्तर बढ़ सकता है।

  • सफेद तिल का अधिक सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है।
  • यह शरीर में यूरिक एसिड (Uric acid) के स्तर को नियंत्रित करने की प्रक्रिया को बाधित कर सकता है।
  • सर्दियों में ठंड की वजह से जोड़ों की समस्याएं पहले ही बढ़ जाती हैं, और सफेद तिल का अत्यधिक सेवन इसे और गंभीर बना सकता है।

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के टिप्स Tips to control uric acid

  • संतुलित आहार: सफेद तिल के बजाय आंवला, हल्दी और अदरक जैसे प्राकृतिक पदार्थों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
  • विटामिन सी का सेवन: आंवले का मुरब्बा, चटनी, या जूस जोड़ों के दर्द और यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार है।
  • आयुर्वेदिक उपाय: त्रिफला, नीम की पत्ती, और अश्वगंधा जैसे आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन लाभदायक हो सकता है।
  • व्यायाम करें: नियमित व्यायाम से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थों का निष्कासन आसान हो जाता है।

सावधानी ही है समाधान
सफेद तिल के फायदे जरूर हैं, लेकिन हर चीज का संतुलित मात्रा में सेवन ही लाभकारी होता है। यूरिक एसिड (Uric acid) के मरीजों को खासतौर पर सर्दियों में अपने खानपान को लेकर सतर्क रहना चाहिए। सही जीवनशैली और नियमित दिनचर्या अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।


सर्दियों में शरीर को गर्म रखने वाले खाद्य पदार्थ जरूर खाएं, लेकिन समझदारी के साथ। अगर आपको यूरिक एसिड (Uric acid) से जुड़ी समस्या है, तो डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से सलाह लेना न भूलें।

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