जबलपुर

जबलपुर में CNG प्लांट सहित आ रहीं 102 कंपनियां, 2 हजार करोड़ का होगा निवेश

जबलपुर में CNG प्लांट सहित आ रहीं 102 कंपनियां, 2 हजार करोड़ का होगा निवेश

2 min read
May 14, 2024
Jabalpur

जबलपुर. उद्योगों की स्थापना को लेकर जबलपुर और आसपास के जिलों में निवेशकों का रुख बढ़ा है। वे खनिज सहित खाद्य प्रसंस्करण और बायोयूल के उत्पादन को लेकर उत्सुक हैं। यही कारण है कि एमपीआइडीसी के क्षेत्राधिकार में 102 कंपनियों ने 90 हेक्टेयर भूमि आवंटित कराई है। इसमें 24 सौ करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है। अकेले जबलपुर में सीएनजी प्लांट व दूसरे उद्योगों में दो हजार करोड़ का निवेश होगा। साढे़ तीन हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। शहर के साथ आसपास के जिलों में अब बड़े उद्योगों की स्थापना में तेजी आई है। हरगढ़ के अलावा उमरिया-डुंगरिया और मनेरी औद्योगिक क्षेत्र में इनकी स्थापना होने जा रही है। बडे़ उद्योगों में सॉट ड्रिंक्स, इथेनॉल, फॉम, पाइप और सीएनजी प्लांट शामिल है।

jabalpur city map

छोटे उद्योगों की बात करें, तो इनमें खाद्य प्रसंस्करण, केमिकल और पानी की इकाइयां शामिल हैं। इनकी स्थापना के लिए औद्योगिक क्षेत्र के अलावा अविकसित क्षेत्र में 6 लाख 18 हजार वर्गमीटर भूमि का आवंटन किया गया है। 2264 करोड़ रुपए का निवेश होने जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा राशि एक खनिज इंडस्ट्री की तरफ से निवेशित की जा रही है।

गेल के साथ निजी कंपनी लगा रही प्लांट

इन उद्योगों में एक प्लांट सीएनजी से भी जुड़ा है। मनेरी औद्योगिक क्षेत्र में इसकी स्थापना की जा रही है। यह कंपनी अभी जबलपुर में सीएनजी की सप्लाई कर रही है। 56 केएल के इस प्लांट से प्रतिदिन 25 से 30 हजार किग्रा सीएनजी का उत्पादन होगा। इसकी सप्लाई जबलपुर और आसपास के जिलों में की जाएगी। इस कंपनी को मप्र इंडस्ट्रीयल डेवपलमेंट कारपोरेश्न (एमपीआइडीसी) ने एक एकड़ औद्योगिक भूमि मुहैया कराई है। गेल इंडिया भी पाइपलाइन के जरिए जबलपुर में सीएनजी की सप्लाई करेगी।

Jabalpur

98 नए उद्योगों की स्थापना

एमपीआइडीसी जबलपुर रीजन में वित्तीय वर्ष 2023-24 में उद्योगों की स्थापना में भी स्थापित किए गए हैं। इस वर्ष 98 नए उद्योग स्थापित हुए हैं, जो अन्य वर्षों की तुलना में सर्वाधिक हैं। इन उद्योगों की स्थापना से क्षेत्र में 2100 करोड़ का पूंजीनिवेश हुआ है।

निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। यहां जो संसाधन उपलब्ध हैं, वे उनकी इकाइयों के अनुरूप हैं। विभाग की तरफ से भी भरपूर संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

सृष्टि प्रजापति, कार्यकारी संचालक, एमपीआइडीसी, जबलपुर

Updated on:
14 May 2024 02:07 pm
Published on:
14 May 2024 01:58 pm
Also Read
View All

अगली खबर